Move to Jagran APP

कानपुर में फुटबाल मैदान ही 'गोल' !

: 'खेलों का महाराजा' ही तो कहा जाता है फुटबाल को। वर्तमान में रूस में विश्वकप चल रहा है। शहर में भी उत्साह है लेकिन खेल का मैदान नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jun 2018 01:17 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jun 2018 01:17 AM (IST)
कानपुर में फुटबाल मैदान ही 'गोल' !
कानपुर में फुटबाल मैदान ही 'गोल' !

जागरण संवाददाता, कानपुर: 'खेलों का महाराजा' ही तो कहा जाता है फुटबाल को। वर्तमान में रूस में चल रहे फीफा विश्व कप के क्या कहने। पूरी दुनिया ही 'गोल-गोल' कहते नजर आ रही है। कह सकते हैं, समूचा संसार फुटबाल फीवर में जकड़ा है। कानपुर में भी अधिकांश खेल प्रेमी टीवी सेट से चिपक कर इसका लुत्फ उठा रहे हैं। कोई ब्राजील पर दांव लगा रहा है तो कोई पुर्तगाल पर। कोई जर्मनी को फेवरिट बता रहा तो कोई बेल्जियम को। लेकिन, दुखद यह कि फुटबाल जगत में भारत का नाम काफी पीछे छूट गया है। ..छूटे भी क्यों नहीं? न विश्व स्तरीय मैदान हैं न ही कोच। न नवीनतम तकनीक है न ही बेहतर सुविधाएं। यदि कानपुर की बात करें तो फुटबाल का खेल तो यहां से करीब-करीब 'गायब' ही है। न खेलने लायक माहौल न आधारभूत सुविधा ही। यहां राष्ट्रीय स्तर के कुछ खिलाड़ी तो हैं लेकिन, स्तरीय मैदान न के बराबर हैं।

loksabha election banner

करीब एक दशक पहले तक जो मैदान शहर में फुटबाल खेलने के लिए उपलब्ध था। आज वहां क्रिकेट व अन्य गतिविधियों का बोलबाला हो गया है। शास्त्री नगर सेंट्रल पार्क में कथा व मेलों का आयोजन शुरू हो गया। ग्रीनपार्क मैदान में फुटबाल मैदान तो नाम का है,वहां सभी प्रकार के खेल होते रहते हैं। स्टेडियम में जब भी क्रिकेट का इंटरनेशनल मैच होता है तो फुटबाल मैदान सरकारी वाहनों की पार्किंग बन जाता है। पूरे शहर में फुटबाल के लिए एक भी आरक्षित मैदान नहीं है। अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों की बात करें तो वर्तमान में शहर में सुजाता पांडेय, श्रद्घा सोनकर, सपना झा, ज्योति गुप्ता जैसी खिलाड़ी है। डिस्ट्रिक्ट फुटबाल एसोसिएशन के सचिव अजीत सिंह ने बताया कि जैसे क्रिकेट के लिए मैदान व स्टेडियम आरक्षित हैं वैसे ही फुटबाल के लिए भी ग्राउंड होना चाहिए। स्थिति यह है कि स्कूल और कालेजों में जो मैदान हैं फुटबाल का खेल वहीं तक सीमित हो गया है। पूर्व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी डीबी थापा ने बताया कि फुटबाल का क्रेज कभी समाप्त नही होगा। इस खेल को बढ़ावा देते हुए कानपुर में भी एक विश्व स्तरीय मैदान बनाया जाना चाहिए।

इन मैदानों में होता था फुटबाल

-आर्यनगर इंटर कालेज मैदान

-पलिका स्टेडियम

-ग्रीनपार्क

-सेन्ट्रल पार्क किदवई नगर

-एग्रीकल्चर ग्राउंड

-शास्त्रीनगर सेंट्रल पार्क

-रेलवे लोको मैदान

-कैंट में


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.