Kanpur Murder : बहन से फोन पर घबराई आवाज में गोविंद ने की थी बात, एटीएम ने दिया बड़ा सुराग
कानपुर मैनावती मार्ग पर रहने वाले केस्को कर्मी के जवान बेटे की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही और घरवालों ने ही सुराग लाकर दिया। गुमशुदगी दर्ज होने के बाद भी नवाबगंज पुलिस ने जहमत नहीं उठाई।
कानपुर, जागरण संवाददाता। मैनावती मार्ग निवासी केस्को कर्मी के जवान बेटे की अपहरण के बाद हत्या का सुराग घरवालों को एटीएम से मिला। चिंता तब बढ़ी जब दोस्त के जन्मदिन की पार्टी में जाने के लिए निकले गोविंद ने फोन पर घबरायी आवाज में बहन से बात की थी। इसके बाद लापता होने पर घरवालों को मोबाइल पर एटीएम से रुपये निकाले के मैसेज ने सुराग दिया। सूचना के बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही और तलाश में जुटे घरवालों ने ही एटीएम के सीसीटीवी फुटेज हासिल किया, जो अब बड़ा सुराग बन गया है। पुलिस अफसरों ने जल्द ही हत्यारों का पता लगाकर घटना का पर्दाफाश करेन की बात कही है।
क्या हुई थी घटना : मैनावती मार्ग निवासी केस्को कर्मी रमेश वर्मा का बेटा गोविंद शुक्रवार की दोपहर करीब चार बजे पड़ोसी दोस्त दीपक के जन्मदिन की पार्टी में जाने की बात कहकर घर से निकला था। उसने केवल इतना बताया था कि कुछ और दोस्त उसका इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद से वह लापता हो गया, घरवाले तलाश करने में जुट गए लेकिन पता नहीं चला। रविवार को उसका शव कानपुर देहात में पड़ा पाया गया। उसकी अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी।
बहन से घबरायी आवाज में की थी बात : बहन निशा ने बताया कि जब देर रात तक भाई वापस नहीं लौटा तो उसने फोन किया। फोन गोविंद ने ही उठाया। वह बेहद डरा सहमा प्रतीत हो रहा था। जब उसने इस घबराहट का कारण पूछा तो गोविंद ने कहा कि घर आकर बताता हूं। इसके कुछ समय बाद निशा ने दोबारा फोन किया तो उसका फोन बंद था।
रात में एटीएम से रुपये निकलने के मैसेज ने बढ़ाया शक : घरवालों ने गोविंद की खोज करनी शुरू की। इसी बीच रात 12.04 बजे रमेश वर्मा के मोबाइल पर एटीएम से 500 रुपये निकलने का मैसेज आया। जब तक वह कुछ समझ जाते दो बार में दस हजार रुपये और साढ़े नौ हजार रुपये और निकालने के मैसेज आए। इससे उनकी शंका और बढ़ गई।
खाते में थे दो लाख रुपये : जिस बैंक खाते से रुपये निकाले जाने का मैसेज आया, वह पंजाब नेशनल बैंक का है और गोविंद और उसके पिता रमेश वर्मा का संयुक्त खाता है। एटीएम गोविंद के पास ही रहता था, लेकिन लेनदेन का मैसेज रमेश के मोबाइल पर आता है। इस खाते में दो लाख रुपये थे। रमेश ने जब यह देखा तो उन्हें शक हुआ, तत्काल उन्होंने अपने दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर किए और बाद में एटीएम से लेनदेन ब्लाक करा दिया।
सुबह दर्ज कराई गुमशुदगी : इस घटनाक्रम के बाद रमेश वर्मा अनहोनी की आशंका पर रात करीब दो बजे नवाबगंज थाने पहुंचे। सुबह चार बजे उन्होंने गुमशुदगी दर्ज करा दी। गोविंद शुक्रवार की चार बजे से लापता था। इसके बावजूद पुलिस ने उसे तलाशने की जहमत नहीं उठाई, जबकि उन्हें पता चल चुका था कि उसके खाते से रुपये निकाले जा रहे हैं।
झूठ बोलकर घर से निकला था गोविंद : स्वरूप नगर एसीपी वृजनारायण सिंह का कहना है कि पुलिस जांच कर रही है। गोविंद झूठ बोलकर घर से निकला था, यानी उसी समय से कुछ गड़बड़ चल रही थी। गोविंद के मोबाइल नंबर की सीडीआर (काल डिटेल रिकार्ड) निकाला गया है। कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। जल्द हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।