बीमारी से परेशान कानपुर की छात्रा ने लगाया मौत को गले
छात्रा पिछले कई वर्षों से बीमारी और अवसाद से ग्रसित थी जिसकी वजह से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। ग्वालटोली में बीमारी और अवसाद से परेशान बीटेक छात्राा ने अपार्टमेंट की दूसरी मंजिल से छलांग लगाकर जान दे दी। माना जा रहा कि छात्रा ने बीमारी और अवसाद को लेकर परेशान होने के चलते यह कदम उठाया। उसने शुक्रवार को परीक्षा तक छोड़ दी थी।
सूटरगंज साईं कृपा अपार्टमेंट की दूसरी मंजिल पर रहने वाली राजकुमारी द्विवेदी की छोटी बेटी अंकिता उर्फ सोनू (22) चौबेपुर स्थित कृष्णा इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही थी। शुक्रवार देर रात अंकिता कमरे का दरवाजा बंद कर बालकनी की रेलिंग पर खड़ी होकर कुछ तेज-तेज आवाज में बोल रही थी।
इसी बीच रेलिंग पर रखा एक गमला गिरने से एक पड़ोसी की उस पर नजर पड़ी। उन्होंने अंकिता को ऐसी हालात में देखकर चीखते हुए रोकना चाहा, लेकिन वह जान देने पर आमादा थी और किसी की बात नहीं सुन रही थी।
गद्दे भी बिछाए, नहीं बचाई जान: आसपास के लोगों ने उसे बचाने की कोशिश में सड़क पर गद्दे बिछा दिए और दरवाजा तोड़कर उस तक पहुंचने का प्रयास करने लगे। इसी बीच उसने छलांग लगा दी। अंकिता को नीचे गिरता देख युवक राजेश ने बीच में ही पकड़ने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सका। इस प्रयास में राजेश का हाथ भी टूट गया। वहीं अंकिता के सड़क पर गिरने से सिर में गंभीर चोट लगने से मौके पर मौत हो गई। हालांकि उसके बचने की आस लेकर परिजन एलएलआर अस्पताल (हैलट) ले कर पहुंचे, लेकिन डॉक्टर ने भी मौत की पुष्टि कर दी।
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बीमारी के चलते छोड़नी पड़ी पढ़ाई: इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह ने बताया कि अंकिता सुल्तानपुर से बीटेक की पढ़ाई कर रही थी लेकिन टीबी होने के कारण उसे पढ़ाई छोड़नी पड़ी। इसके बाद उसने चौबेपुर में एडमिशन लिया था। अंकिता तीन बहनों में सबसे छोटी थी। उसकी दो बड़ी बहनें लखीमपुर और इलाहाबाद में शिक्षिका हैं।
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