Kanpur Ganga Mela 2022: आज कानपुर में धूमधाम से निकलेगा रंग का ठेला, ऊंट-बुलडोजर भी रहेंगे साथ
Ganga Mela In Kanpur कानपुर का ऐतिहासिक गंगा मेला आज मनाया जा रहा है। इस बार भगत सिंह सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि अर्पित कर समारोह मनाया जाएगा। रंग के ठेले के साथ दस ऊंट आठ लोडर चार ट्रैक्टर भी आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
कानपुर, जागरण संवाददाता। कानपुर ऐतिहासिक हटिया गंगा मेला बुधवार को अनुराधा नक्षत्र में धूमधाम से मनाया जाएगा। 23 मार्च को ही महान क्रांतिकारी भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु बलिदान हुए थे। गंगा मेले में सबसे पहले देश के इन बलिदानी सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। इसके बाद, पुलिस बैंड की धुन पर डीएम और प्रशासन के आला अधिकारी ध्वजारोहण करेंगे। शिलालेख पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी।
संरक्षक मूलचंद्र सेठ व संयोजक ज्ञानेंद्र विश्नोई ने बताया वर्ष 1942 में तत्कालीन अंग्रेज कलेक्टर ने होली पर रोक लगा दी थी। इसका विरोध करते हुए शहरवासियों ने हटिया पार्क में होली खेली थी। इसमें 43 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। सभी को अनुराधा नक्षत्र वाले दिन रिहाई मिली थी, इसलिए अनुराधा नक्षत्र को रंग का ठेला शहर के विभिन्न मार्ग से निकालकर आजादी व भाईचारे का संदेश दिया जाता है। रंग का ठेला हटिया रज्जन बाबू पार्क से शुरू होकर पूरे शहर में भ्रमण करेगा।
यह होगा आकर्षण
81वें होली मेला में रंग के ठेले के साथ बुलडोजर, दस ऊंट, आठ लोडर, चार ट्रैक्टर आकर्षण का केंद्र रहेंगे। सुबह 9:45 बजे ध्वजारोहण के साथ उत्साह की शुरुआत होगी। शहर के विभिन्न स्थानों पर मटकी महोत्सव का भी आयोजन होगा।
रंग के ठेले की खासियत
ऐतिहासिक रंग का ठेला परंपरागत रूप से भैंसा ठेला पर निकालता है। बड़े-बड़े ड्रम में भरे रंग से शहरवासी होली खेलते हैं। आजादी के गीतों व देशभक्ति के तरानों के बीच भाईचारे व एकता की मिसाल देखने को मिलती है।
सरसैया घाट पर राजनीतिक दलों का लगेगा जमावड़ा
सरसैया घाट पर बड़ी संख्या में शहरवासियों के साथ राजनीतिक दलों के लोग भी जुटेंगे। इसमें राजनीतिक, सामाजिक, प्रशासनिक और विभिन्न समाज सेवी संस्थाओं के पंडाल लगाए जाएंगे।