Kanpur Double Murder: पति से विवाद के बाद ढाई साल से लिव-इन रिलेशन में थी महिला.. प्रेमी ने बेटे समेत मार डाला
Kanpur Double Murder बिल्हौर के बलरामनगर मोहल्ले में किराए पर बच्चे के साथ रह रही स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम और उसके 12 वर्षीय बेटे की रविवार सुबह हत्या कर दी गई। महिला का शव कमरे में चारपाई पर और बेटे का कपड़े के फंदे से लटका मिला।
संवाद सहयोगी, चौबेपुर (कानपुर): बिल्हौर के बलरामनगर मोहल्ले में किराए पर बच्चे के साथ रह रही स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम और उसके 12 वर्षीय बेटे की रविवार सुबह हत्या कर दी गई। महिला का शव कमरे में चारपाई पर और बेटे का कपड़े के फंदे से लटका मिला। महिला पिछले आठ सालों से पति से अगल किराए का कमरा लेकर रह रही थी। पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का पता चलने के चंद घंटों में ही पर्दाफाश भी कर दिया। ये दोनों हत्याएं महिला के प्रेमी ने की हैं। आरोपित ने स्वीकार किया है कि प्रेमिका उसके प्रेम संबंधों में बाधा बन रही थी, वहीं उसने अब शादी के लिए भी दबाव डालना शुरू कर दिया था।
जानकारी के मुताबिक फतेहपुर जनपद के बिंदकी थाना क्षेत्र के अस्ता गांव निवासी मनोज दिवाकर की पत्नी सीमा दिवाकर कन्नौज जनपद के जलालाबाद सीएचसी में एएनएम के पद पर कार्यरत थीं। उनका 8 वर्षों से पति के साथ विवाद चल रहा था। वर्तमान में वह 12 वर्षीय बेटे आदित्य के साथ बलराम नगर बिल्हौर स्थित अशोक शुक्ला के मकान में किराए पर रह रही थीं। यहां रहने के दौरान ही सीमा के घर रसूलाबाद थाना क्षेत्र के पलिया बांस खेड़ा गांव निवासी नरेंद्र यादव का आना जाना शुरू हो गया। नरेंद्र के चाचा सेवानिवृत्त दरोगा जगदीश यादव बिल्हौर के त्रिवेणी नगर में रहते हैं। मकान मालिक के मुताबिक सीमा और नरेंद्र अपने को पति-पत्नी बताते थे।
रविवार की सुबह नरेंद्र ने ही सीमा और बेटे आदित्य द्वारा आत्महत्या करने की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पुलिस पहुचीं तो सीमा का शव चारपाई और आदित्य का शव फंदे से लटकता मिला। मामला संदिग्ध होने के चलते इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह ने फोरेंसिक टीम बुला कर जांच शुरू कराई। कमरे में महिला का मोबाइल और एक डायरी पुलिस ने कब्जे में ली है। लंबी चली पड़ताल के बाद नरेंद्र ने हत्या की वारदात स्वीकार कर ली। उसने बताया कि रात सीमा से विवाद के बाद उसने पहले गला दबाकर उसे मार डाला और बाद में दुपट्टे से फांसी लगाकर बेटे को भी लटका दिया।
भोर पहर वैन से आए थे नरेंद्र और सीमा
सीमा के साथ मकान में किराए पर रहने वाले रामविलास ने भी बताया कि सीमा और नरेंद्र खुद को पति-पत्नी बताते थे। सीमा शनिवार सुबह ड्यूटी के लिए निकली थी और शाम को घर वापस नहीं लौटी थी। इस दौरान बेटा घर पर अकेले ही मौजूद था। रविवार भोर पहर करीब साढ़े तीन बजे नरेंद्र व तीन लोग सीमा के साथ वैन से घर आये थे। दो लोग कुछ देर में वापस चले गए थे। सुबह करीब आठ बजे नरेंद्र और उसके चाचा कमरे पर थे। दूसरे किराएदार ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे आदित्य नल से पानी लेने के लिए आंगन में आया था और उसके कुछ देर बाद नरेंद्र व उसके चाचा को मोहल्ले में जाते हुए देखा गया था।
शादी के 18 वर्ष बाद पति से संबंध विच्छेद
जानकारी के मुताबिक सीमा का मायका बिरिसिंगपुर घाटमपुर में है। उसकी शादी 26 जून 1999 को बिंदकी फतेहपुर के मनोज उर्फ रामकुमार से हुई थी। शादी के बाद 2007 में सीमा की स्वास्थ्य विभाग में एएनएम के पद पर नौकरी लग गई। इसी बीच पति-पत्नी के बीच तकरार शुरू हो गई। शादी के 18 वर्ष बाद दोनों के बीच संबंध विच्छेद को लेकर मुकदमेबाजी शुरू हो गई।
जहर खाने की झूठी सूचना देकर गांव से बुलवाया
सीमा शनिवार को ड्यूटी के बाद बिल्हौर नहीं लौटी थी। नरेंद्र ने पुलिस को बताया कि सीमा ने शनिवार रात लगभग नौ बजे उसे फोन कर बताया कि ड्यूटी से लौटते समय दो लोग उसे बेहोशी का इंजेक्शन देकर गाड़ी में डालकर ले गए हैं और इस समय वह महाराजपुर में मौजूद है। महिला की सूचना पर नरेंद्र और उसके चाचा का लड़का देवेंद्र पड़ोस के शिवकुमार दिवाकर की वैन से देर रात महाराजपुर पहुंचे थे और वहां से सीमा को लेकर लगभग साढ़े तीन बजे कमरे पर आए थे।
रास्ते में बिगड़ी बात
नरेंद्र ने जब यह कहानी पुलिस को बताई तो उनका माथा ठनका और पूछताछ शुरू हुई। नरेंद्र ने पहले यही बताया कि दोनों लिव-इन में ढाई साल से रह रहे थे। पिछले कुछ समय से वह गांव में रह रहा था। लेकिन, जब उस पर शक गया और पूछताछ कड़ी हुई तो उसने बताया कि गांव में एक भाभी के साथ उसके अवैध संबंध हो गए थे। इसलिए उसने यहां आना काम कर दिया था। इसीलिए सीमा ने झूठी सूचना देकर उसे बुलाया। इसी बात को लेकर विवाद हुआ, जो हत्या का कारण बना। हालांकि उसने अन्य के इसमें शामिल होने से इन्कार किया है।
मां को याद कर रोया तो आदित्य को मार डाला
नरेंद्र ने मां-बेटे की हत्या एक साथ नहीं की। गुस्से में सीमा की हत्या करने के बाद सुबह नहाने के लिए आदित्य ने ही उसका पानी गरम किया। नहाने के बाद उसने देखा कि आदित्य रो रहा था और बार-बार कह रहा था कि उसने उसकी मां को मार डाला। प्रत्यक्षदर्शी होने की वजह से उसने आदित्य को भी मार डालने का फैसला किया।