कानपुर डीएम ने पुलिसकर्मियों को दी सीख, बोले- मुकदमे की बजाय समझौता कराकर परिवार टूटने से बचाएं
समाधान दिवस में आने वाले समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं और पारिवारिक विवाद को सुलह-समझौते के आधार पर ही हल कराएं।
जागरण संवाददाता, कानपुर: समाधान दिवस में आने वाले समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। इनमें ज्यादातर समस्या परिवार के विवाद की आती हैं। इन मामलों में मुकदमे की बजाय पुलिस को समझौता कराकर परिवार को टूटने से बचाना चाहिए। जरूरत पड़ने पर ही कार्रवाई करें। कानून का राज इस तरह स्थापित करें कि अपराधियों में भय हो। कब्जेदारों और भूमाफिया पर भी कार्रवाई की जाए।
यह निर्देश जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने कल्याणपुर थाने के औचक निरीक्षण के दौरान पुलिसकर्मियों को दिए। वह यहां समाधान दिवस की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे थे। उसके साथ एसपी पूर्वी अनुराग आर्य भी रहे। उन्होंने कहा कि पारिवारिक मामलों में सुलह कराना ही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए ताकि परिवार टूटने से बच सकें। समाधान दिवस के दौरान ग्राम बैकुंठपुर निवासी ममता ने भूमि पर कब्जा होने की शिकायत पर इस पर जिलाधिकारी ने तत्काल मौके पर चौकी इंचार्ज को भेजकर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसी तरह आवास विकास कॉलोनी के मकान मालिक ने जर्जर मकान को गिराने के लिए जिलाधिकारी को शिकायती पत्र दिया इस पर उन्होंने नगर के अधिकारियों से मौके पर जाकर निरीक्षण करने को कहा। केशवपुरम निवासी विनीता वर्मा ने पति द्वारा घर से निकालने की शिकायत की। उसने बताया कि तीन माह पहले ही विवाह हुआ है। जिलाधिकारी ने विनीता को समझाते हुए कहा कि मुकदमा दर्ज कराना कोई रास्ता नहीं है। उन्होंने दोनों पक्षों को बुलाकर समझाया और घर भेजा। साथ ही पुलिसकर्मियों से भी ऐसा ही करने को कहा। उन्होने कहा कि मुकदमा करना किसी समस्या का हल नहीं होता है। पारिवारिक समस्या को आपस में बातचीत से ही सुलझाया जा सकता है। वही तरीका अपनाएं। जरूरत पड़ने पर ही सख्ती का प्रयोग करें।