19 साल पहले बना Deep Vatika Apartment अब रहने लायक नहीं, चार पिलर धंसने से झुक गई बिल्डंग और सहमे हुए हैं लोग
kanpur Deep Vatika Apartment रतनलाल नगर में अपार्टमेंट के चार पिलर धंसने से बिल्डंग झुक गई है। कानपुर नगर निगम ने बोर्ड लगाकर अपार्टमेंट में रहने से जान को खतरा लिख दिया है और यहां रहने वाले लोग सहमे हुए हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। 19 साल पहले रतनलाल नगर में दीप वाटिका अपार्टमेंट अब रहने लायक नहीं रहा है। बीते दिनों अपार्टमेंट के बेस के चार पिलर धंसने से रहने वाले लोग सहमे हुए हैं। कानपुर नगर निगम की टीम ने अपार्टमेंट के निर्माण में खामी की बात कहते हुए यहां रहना खतरनाक बताया है और सूचना का बोर्ड भी लगा दिया है।
रतनलाल नगर में तीन मंजिला दीप वाटिका अपार्टमेंट का निर्माण बिल्डर प्रेम पाखरानी ने कराया था। शनिवार को मकान के चार पिलर धंस गए और अपार्टमेंट का हिस्सा बगल की बिल्डिंग की ओर झुक गया। इससे अपार्टमेंट में रहने वाले परिवार सहम गए और वहां से भागकर अपनी जान बचाई।
घटना की जानकारी पुलिस प्रशासन के साथ बिल्डर को दी गई। रविवार को नगर निगम की टीम ने भी अपार्टमेंट का निरीक्षण किया। टीम ने वहां बोर्ड लगाया कि अपार्टमेंट के निर्माण कार्य में खामी होने के कारण यह रहने लायक नहीं है। इसमें रहने से जान को खतरा है।
वहीं, गोविंद नगर निवासी बिल्डर प्रेम पाखरानी ने अपार्टमेंट में धंस रहे पिलरों को सपोर्ट देने के लिए नए पिलर बनाने का कार्य शुरू करवाया है।
दोस्तों-रिश्तेदारों के घर लेनी पड़ी शरण
बिल्डर ने भी इंजीनियर को बुलाकर अपार्टमेंट का निरीक्षण कराया है। धंस रहे पिलरों को सपोर्ट देने के लिए काम शुरू कराया, ताकि यहां रहने वाले परिवार फ्लैटों से अपना सामान सुरक्षित बाहर निकाल सकें। फिलहाल, अपार्टमेंट में रहने वाले परिवार अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के घर रह रहे हैं।
बिल्डर और परिवारों में चल रही समझौते की बात
इस मामले में क्षेत्रीय लोगों में चर्चा रही कि बिल्डर और अपार्टमेंट में रहने वाले परिवारों में समझौते को लेकर बातचीत चल रही है। इस वजह से वहां रहने वाले परिवार कुछ ही बोलने को तैयार नहीं हैं। थाना प्रभारी रोहित तिवारी ने बताया अभी तक किसी भी पीड़ित की ओर से बिल्डर के खिलाफ शिकायत नहीं की गई है।
-बिल्डर को नोटिस भेज दी गई है और अपार्टमेंट के बाहर बोर्ड लगा दिया गया है। केडीए अपने स्तर से निर्माण कार्य की जांच करेगा। फिलहाल जांच पूरी होने तक यहां लोगों के रहने पर रोक रहेगी। -राकेश गुप्ता, अवर अभियंता, नगर निगम