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महाठग विष्णू बाबू के लिए साफ्ट टारगेट होती थीं महिलाएं, कभी बन जाता था आइएएस तो कभी आरएसएस का नेता

मेरठ की भाजपा नेता पूजा बंसल को ऊचा पद दिलाने का झांसा देकर पचास लाख रुपये ठगने वाला कानपुर के विष्णु दिवाकर ने ज्यादातर महिलाओं को ठगी का शिकार बनाया। उसके खिलाफ कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sat, 05 Mar 2022 03:28 PM (IST)Updated: Sat, 05 Mar 2022 03:28 PM (IST)
महाठग विष्णू बाबू के लिए साफ्ट टारगेट होती थीं महिलाएं, कभी बन जाता था आइएएस तो कभी आरएसएस का नेता
कानपुर के महाठग के खुले कई राज।

कानपुर, जागरण संवाददाता। मेरठ की भाजपा नेता पूजा बंसल समेत पचास से ज्यादा लोगों को ठगी का शिकार बना चुके कानपुर के महाठग विष्णु बाबू दिवाकर का सॉफ्ट टारगेट महिलाएं होती थीं। भाजपा की नेता से पचास लाख तो कानपुर की एक महिला से वह 12 लाख की रकम ऐंठ चुका था। वह कभी आइएएस अधिकारी बनकर तो कभी आरएसएस का पदाधिकारी बनकर लोगों को झांसे में लेकर चूना लगाता था। हमीरपुर सर्विलांस टीम की लोकेशन के आधार पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो कई और अहम जानकारियां सामने आई हैं।

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महिलाओं को जाल में ज्यादा फंसाता था : विष्णु बाबू दिवाकर के खिलाफ कई मुकदमे हैं, लेकिन उसकी गिरफ्तारी पहली बार हुई। उसपर पहला मुकदमा 23 जून, 2014 को कानपुर के किदवईनगर की सुनीता कुमारी ने दर्ज कराया था। प्लाट दिलाने का झांसा देकर उसे महिला से 12 लाख रुपये ठगे थे। दूसरा मुकदमा 11 अगस्त, 2018 को दर्ज हुआ। कानपुर देहात के डेरापुर में दो मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें चार्जशीट लग चुकी है। मगर पुलिस में अच्छी पकड़ के चलते वह गिरफ्तार नहीं हुआ। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह विष्णु बाबू की पहली गिरफ्तारी है। वह सबसे ज्यादा शिकार महिलाओं को बनाता था। उस पर और भी मुकदमे दर्ज हो सकते हैं।

कभी आइएएस तो संघ का पदाधिकारी बन जाता था : महाठग ने कानपुर देहात के थनवापुर निवासी शीलू देवी से सवा पांच लाख रुपये कीमत की जमीन की धोखाधड़ी की थी। इसी तरह मेरठ निवासी संगीता सिंह से आरएसएस में प्रतिष्ठित पद दिलाने के नाम पर 6.36 लाख रुपये, कानपुर देहात के रूरा थानांतर्गत सिठमरा निवासी पुष्पलता से उनके देवर की नौकरी लगवाने के नाम पर पांच लाख रुपये की ठगी की। इसके अलावा उसने 54 बीघा जमीन की रजिस्ट्री व एंग्रीमेंट कराया। यह सभी जमीनें ठगी से हासिल कीं। ठगी की रकम से ही सफारी गाड़ी भी खरीदी। इसके अलावा औरैया व जालौन में भी इसके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। इस दौरान कई ऐसे लोग भी मिले हैं, जिनसे वह प्रशांत किशोर बनकर मिलता था। हमीरपुर पुलिस के संपर्क में अभी दर्जन भर पीडि़त हैं।


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