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Kanpur Court Security: चर्चित मामलों के आरोपितों ने वकील की वेशभूषा में किया था सरेंडर

दिल्ली की रोहिणी कोर्ट की घटना के बाद अब न्यायालयों की सुरक्षा को लेकर गंभीरता दिखाई जा रही है कानपुर कोर्ट परिसर में भी पहले कई मामले सामने आ चुके हैं। वकील की वेषभूषा में आरोपित सरेंडर कर चुके हैं तो असलहा लेकर परिसर में लोग नजर आए हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sun, 26 Sep 2021 07:56 AM (IST)Updated: Sun, 26 Sep 2021 07:56 AM (IST)
Kanpur Court Security: चर्चित मामलों के आरोपितों ने वकील की वेशभूषा में किया था सरेंडर
कानपुर में कचहर परिसर में सुरक्षा का हाल।

कानपुर, जेएनएन। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट की घटना ने न्यायालयों की सुरक्षा पर एक बार फिर सरकार की चिंता बढ़ा दी है। जिलों में पुलिस और प्रशासन इसे लेकर नए सिरे से मंथन कर रहा है। कानपुर कचहरी भी सुरक्षा की अनदेखी के चलते कई बार बड़े विवादों में घिर चुकी है। सुरक्षा में खामी का फायदा चर्चित मुकदमों के आरोपित भी अक्सर उठाते रहे हैं और वकील की वेशभूषा में सरेंडर कर पुलिस की आंख में धूल झोंकते रहे हैं।

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दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में हत्या की वारदात सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है। जिला न्यायालय की बात करें तो यहां भी सुरक्षा में छेद रहा है। इसका फायदा उठाकर पिंटू सेंगर हत्याकांड और बिकरू मामले से जुड़े गैंगस्टर के भाइयों ने कोर्ट में वकील की वेशभूषा में सरेंडर किया था। असलहा लेकर कोर्ट परिसर में प्रवेश मना है बावजूद इसके वादकारी, वकील और पुलिस मुकदमों की सुनवाई के दौरान असलहा लेकर प्रवेश करते हैं। लेकिन कोर्ट परिसर के प्रवेश द्वार पर सुरक्षाकर्मी इन्हें रोकने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। वादकारी और पैरोकार भी फायदा उठाते हैं और जांच प्रक्रिया से बच जाते हैं।

मार्च 2020 में बनाए गए थे परिचय पत्र : सुरक्षा को लेकर हाईकोर्ट की चिंता के बाद अधिवक्ताओं और उनके मुंशी का परिचय पत्र बनाया गया था।बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मुताबिक करीब छह हजार लोगों के परिचय पत्र जारी किए गए थे।तय हुआ था कि प्रवेश द्वार पर परिचय पत्र दिखाने वाले को नहीं रोका जाएगा जबकि अन्य सभी की जांच होगी।

क्या बोले पदाधिकारी

-मुकदमों की सुनवाई के समय सुबह अधिक भीड़ होती है। ऐसे में एक-एक व्यक्ति को चेक करना मुमकिन नहीं है हालांकि सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है। कड़ी व्यवस्था करनी होगी इसके लिए पुलिस अधिकारियों से वार्ता कर व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। -बलजीत सिंह यादव, अध्यक्ष बार एसोसिएशन

-सुरक्षा व्यवस्था का अधिवक्ताओं ने हमेशा समर्थन किया है बावजूद इसके यह लंबे समय तक नहीं चल पाती है। पुलिस को यदि किसी तरह की कोई परेशानी होती है तो वह जनपद न्यायाधीश और बार एसोसिएशन को बता सकते हैं। पूरा सहयोग किया जाएगा। -राकेश कुमार तिवारी, महामंत्री बार एसोसिएशन

-रोहिणी कोर्ट की घटना ङ्क्षचताजनक है। ऐसे में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध करने की जरूरत है। पुलिस को बार और लायर्स के साथ मिलकर सुरक्षा की ठोस रणनीति बनाकर काम करना होगा ताकि वह आगे भी चलती रहे। -श्यामजी श्रीवास्तव, पूर्व अध्यक्ष बार एसोसिएशन


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