Coronavirus से जंग में कानपुर की एक कंपनी, डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए बना रही सस्ती पीपीई किट
कानपुर की कंपनी को केजीएमयू और पीजीआई लखनऊ ने किट बनाने की जिम्मेदारी दी है।
कानपुर, [ऋषि दीक्षित]। कोरोना वायरस के संक्रमितों को बचाने के लिए डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ दिन-रात ड्यूटी पर डटे हैं। ऐसे में उन्हें संक्रमण से बचाने के लिए सस्ती पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) किट तैयार हो गई है। यह किट शहर की एक कंपनी तैयार कर रही है, जिसे केजीएमयू और पीजीआई लखनऊ ने किट बनाने की जिम्मेदारी दी है।
25 हजार पीपीई किट तैयार कर रही कंपनी
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआइ) ने शहर की एक कंपनी को किट बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। तीनों संस्थान के लिए 25 हजार पीपीई किट तैयार की जा रही हैं, जो एक सप्ताह में मिल जाएंगी।
22 साल से कंपनी बना रहीं चिकत्सकीय सुरक्षा उपकरण
शहर की यह कंपनी 22 सालों से डॉक्टर, नर्सिग स्टाफ, फार्मासिस्ट, वार्ड ब्वॉय आदि के लिए सुरक्षा उपकरण बना रही है। इनमें एप्रन, कई प्रकार के गाउन, सामान्य और सर्जिकल मास्क, ग्लव्स और शू कवर शामिल हैं। कंपनी प्रबंधन ने बिना लाभ के लागत मूल्य 525.86 रुपये में पीपीई किट तैयार करने का प्रस्ताव दिया था। अभी सबसे सस्ती पीपीई किट केंद्र सरकार की हिंदुस्तान लेटेक्स लिमिटेड 1100.86 रुपये में देती है।
यह किट की खासियत
पीपीई किट में डबल फिल्टर स्पन बांड फैब्रिक का इस्तेमाल किया गया है। वाटर प्रूफ होने से ब्लड, पानी व खांसने-छीकने की ड्रॉपलेट अंदर नहीं जाती है। बैक्टीरिया और वायरस से बचाव के लिए इथलीन ऑक्साइड से स्ट्रेलाइजेशन किया जाता है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
-सस्ती डिस्पोजेबल पीपीई किट मुहैया कराने का प्रस्ताव आया था। जिलाधिकारी से अनुमति लेकर आर्डर दिया है। कंपनी एक सप्ताह में तैयार कर भेजेगी। यह पहले के मुकाबले आधी कीमत पर मिल रही है। -डॉ. आरके मौर्या, प्रमुख अधीक्षक, हैलट
-संवेदनशील समय में सभी को एकजुट होकर लड़ना है। सस्ती किट मुहैया कराकर राष्ट्र सेवा के साथ अधिक से अधिक डॉक्टर-पैरामेडिकल स्टाफ की सुरक्षा करना ही लक्ष्य है।-विजय सेठ, कंपनी के प्रोपराइटर