Kanpur Coronavirus News: नौ नए संक्रमित मिले, बुजुर्ग ने दम तोड़ा
कानपुर में वैसे तो कोरोना संक्रमण की रफ्तार सुस्त हो गई है लेकिन बीते चौबीस घंटों में संक्रमित मरीज मिलने के साथ एक बुजुर्ग की मौत हुई है। वहीं दूसरी ओर भारतीय विचारक समिति की ओर से कोविड-19 का प्रभाव पुस्तक का विमोचन भी किया गया है।
कानपुर, जेएनएन। जिले में कई दिनों के बाद कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आकर बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। वायरस के संक्रमण का ग्राफ निरंतर गिरता जा रहा है। शनिवार को जिले में नौ नए संक्रमित मिले हैं। वहीं, कोरोना को मात देकर 14 स्वस्थ हुए हैं।
जिले में कोरोना के सक्रिय केस घटकर 213 हो गए हैं। जिले में कोरोना संक्रमित 32,761 हो गए हैं, उसमें से 836 की मौत हो चुकी है। 31,712 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। शारदा नगर निवासी 68 वर्षीय बुजुर्ग की कोरोना से मौत हो गई। सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि बुजुर्ग को कोरोना के संक्रमण के साथ मधुमेह, हाइपरटेंशन व हृदय रोग से पीड़ित थे। निमाेनिया होने से हालत बिगड़ गई और इलाज के दौरान हैलट के कोविड हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया।
कोविड-19 का प्रभाव पुस्तक का विमोचन
कोरोना महामारी के दौरान देश ने आर्थिक मंदी का दौर जरूर देखा, हालांकि प्रदूषण में सुधार, शिक्षा का डिजीटल फॉर्म होना समेत कई सकारात्मक परिणाम भी सामने आए। इस तरह हम कह सकते हैं, कि कोरोना एक वैश्विक महामारी के तौर पर हमारे सामने आई, हालांकि भारतीय समाज पर इसका नकारात्मक नहीं, सकारात्मक प्रभाव पड़ा। इस प्रभाव को संपादित कर पुस्तक का रूप दिया, पीपीएन डिग्री कॉलेज में हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ.निधि कश्यप ने।
भारतीय विचारक समिति की ओर से सिविल लाइंस स्थित मर्चेंट चेंबर सभागार में इस पुस्तक का विमोचन किया उच्च शिक्षाराज्यमंत्री नीलिमा कटियार ने। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भारत की स्थिति अन्य देशों की अपेक्षा जल्द बेहतर हो गई। कार्यक्रम में कई शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया। यहां डॉ.मीना गुप्ता, डॉ.राकेश शुक्ला, डॉ.गीतांजलि मौर्या, रमेश चंद्रा आदि उपस्थित रहे।