मंकी पाक्स को लेकर कानपुर में अलर्ट, बाहर से आने वालों पर रहेगी नजर, जानिए कैसे फैलता है
कानपुर के सीएमओ डा. नैपाल सिंह ने पत्र जारी कर मेडिकल कालेज सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क रहने को कहा है। अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड तैयार करने को कहा गया है ताकि लक्षण दिखते हैं तो उसके स्वास्थ्य की जांच समय और बेहतर ढंग से हो सके।
कानपुर, जागरण संवाददाता : कोरोना महामारी के बाद अब मंकी पाक्स संक्रमण के मामले विदेशों में तेजी से बढ़ रहे हैं। इसको लेकर उप्र स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी जारी कर जिलों को भी सतर्क रहने की हिदायत दी है। विदेशों से आने वाले यात्रियों पर नजर रखने के साथ लक्षण युक्त लोगों की जांच के लिए नमूना संग्रहण और ऐसे मरीजों को भर्ती कराने के लिए अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड तैयार करने को कहा गया है ताकि अगर मंकी पाक्स जैसे लक्षण दिखते हैं तो उसके स्वास्थ्य की जांच समय और बेहतर ढंग से हो सके।
शनिवार को सीएमओ डा. नैपाल सिंह की ओर से जारी पत्र में जीएसवीएम मेडिकल कालेज के साथ कांशीराम चिकित्सालय, उर्सला, केपीएम, एएचएम सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क रहने को कहा गया है। मंकी पाक्स की एडवाइजरी तथा नमूनों के लिए संग्रहण और बाहर से आने वाले लोगों में लक्षणों की जांच व नजर रखने के लिए निर्देशित किया गया है। पत्र में महामारी की क्षमता, गंभीरता के लिए सजगता और सर्विलांस रखने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। डाक्टरों को भी सक्रिय रहने को कहा गया है।
कैसे फैलता है मंकी पाक्स का संक्रमण
मंकी पाक्स वायरस त्वचा, आंख, नाक, मुंह और कटे-फटे अंग के जरिये शरीर में प्रवेश करता है। मंकी पाक्स संक्रमण संक्रमित जानवर के काटने से, उसके खून या फिर शरीर के तरल पदार्थ से हो सकता है।
-जीएसवीएम मेडिकल कालेज में मंकी पाक्स संक्रमण के लिए कोविड वार्ड में छह वार्ड सुरक्षित कर लिए गए हैं। अगर ऐसे मामले आते हैं तो उन्हें आइसोलेट किया जाएगा। कार्यशाला के जरिये मंकी पाक्स के बारे में जागरूकता फैलाई जाएगी।
-प्रो. संजय काला, प्राचार्य जीएसवीएम मेडिकल कालेज।