कानपुर सेंट्रल स्टेशन आ रहे है... तो खुद की सुरक्षा स्वयं करें, जीआरपी व आरपीएफ की निगरानी के बाद चोर-लुटेरे सक्रिय
कानपु सेंट्रल स्टेशन पर अगर आप आ रहे है तो अपनी खुद की सुरक्षा स्वयं करें। जीआरपी व आरपीएफ की निगाह और 110 कैमरों के लगे होने के बाद चोर-लुटेरे वारदात को अंजाम दे रहे है। पहले हो चुकी वारदातों के राजफाश में नाकामी मिली है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने या किसी स्वजन को लेने-छोड़ने जा रहे हैं तो सुरक्षा को लेकर स्वयं ही सजग रहें। यहां वारदातों को अंजाम देकर चोर-लुटेरे निकल जाते हैं और सीसीटीवी कैमरों तक में कैद नहीं होते।
कई दिन तक चक्कर काटते रहेंगे, लेकिन सुनवाई तभी होगी जब कोई दबाव या पहचान होगी। गिड़गिड़ाना भी पड़ सकता है। इसकी बानगी सेंट्रल स्टेशन से मैनपुरी की महिला के तीन बच्चों के चोरी होने, चक्कर काटने के बाद मुकदमा लिखने और मामला दबाने का प्रयास करने में दिख चुकी है।
14-15 सितंबर की रात ट्रेन से कानपुर सेंट्रल आईं मैनपुरी के कुर्रा थानाक्षेत्र के हवेली गांव की रीता के जुड़वा नवजात और ढाई साल के बेटे को भीख मांगने वाला गिरोह चोरी कर ले गया था। रीता टिकट लेने गई थीं, तभी घटना होने की बात उन्होंने जीआरपी को बताई थी। इसके बाद भी जीआरपी छह दिन तक टरकाती रही। सीसीटीवी फुटेज में ऐसा कुछ भी कैद न होने का दावा है। इससे सुरक्षा तंत्र में छेद साफ दिख रहे हैं।
कहने को है सुरक्षा तंत्र
110 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं कैंट और सिटी साइड से लेकर प्लेटफार्मों तक।
50 और कैमरों की मांग का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
95 जीआरपी में इंस्पेक्टर, दारोगा और जवानों की संख्या हैं।
105 लगभग आरपीएफ में इंस्पेक्टर, दारोगा और जवान हैं।
मेटल डिटेक्टर रहते खराब, चाहे कुछ भी ले जाइए
सेंट्रल स्टेशन के कैंट साइड प्लेटफार्म नंबर एक से प्रवेश के दौरान मेटल डिटेक्टर केवल दिखावे के लिए हैं। इसके साथ ही यहां बैग की जांच के लिए भी कभी कोई कर्मचारी नहीं मिलता है। जीआरपी थाने के बगल से भी लोग आते-जाते हैं।
कैश काउंटर से नकदी लूट का पर्दाफाश नहीं
बीते जून महीने में संगम एक्सप्रेस से सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर उतरे लुटरे ने टिकट घर के खुले दरवाजे के अंदर जाकर डेढ़ लाख रुपये लूट लिए थे। घटना रात में 9:58 बजे हुई थी और सीसीटीवी कैमरे में कैद भी हुई थी, लेकिन आज तक इसका राजफाश नहीं हो सका है।
यह घटनाएं भी हुईं
2016 घंटे भर के अंदर तीन ट्रेनों में कई यात्रियों के साथ मारपीट कर लूटा।
2017 रात में ट्रेन गुजरते समय कई बार यात्रियों से चोरों ने लूटपाट की।
2022 मगध एक्सप्रेस में यात्री का सूटकेस चोरी, जिसमें 12 लाख के गहने थे।
2022 सेंट्रल स्टेशन के कैश काउंटर से संगम एक्सप्रेस से उतरा लुटेरा डेढ़ लाख लूटकर भाग निकला।
सुरक्षा के लिए लगातार सक्रियता बढ़ाई गई है। पुराने मामलों के राजफाश के लिए टीमें लगी हैं। यात्रियों को भी जागरूक कर रहे हैं। लगातार गश्त व चेकिंग कराई जा रही है।- आरके द्विवेदी, जीआरपी थाना प्रभारी, सेंट्रल स्टेशन