Kanpur News: अमृत भारत योजना से एयरपोर्ट जैसे दिखेगा कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन, खर्च होंगे 750 करोड़
कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर अब एयरपोर्ट जैसी मिलेंगी। इसके लिए अमृत भारत योजना के तहत करीब 750 करोड़ रुपये खर्च होंगे। गोविंदपुरी अनवरगंज और पनकी में भी विकास कार्य किए जाएंगे। वहीं कानपुर से लखनऊ का सफर भी आसान होगा।
कानपुर, जागरण संवाददाता। वह दिन दूर नहीं जब सेंट्रल रेलवे स्टेशन में भी एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं देखने को मिलेंगी। सेंट्रल रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास को अब पंख लगेंगे, क्योंकि रेल मंत्रालय ने इसे अमृत भारत योजना से जोड़ने का फैसला किया है। हालांकि पूर्व में इसके लिए टेंडर हो चुका है, लेकिन नई योजना से जुड़ने के बाद बजट और ज्यादा मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। केवल सेंट्रल रेलवे स्टेशन ही नहीं बल्कि गोविंदपुरी, अनवरगंज और पनकी रेलवे स्टेशन पर भी अमृत भारत योजना के तहत विकास कार्य होंगे।
रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने आम बजट के बाद पत्रकार वार्ता में बताया कि रेल मंत्रालय स्टेशनों के विकास को अमृत भारत योजना का खाका खींचा है, जिसमें अभी 1275 स्टेशनों को शामिल किया गया है। उन्होंने अपने संबोधन में सेंट्रल रेलवे स्टेशन का नाम भी लिया। रेल अधिकारियों ने बताया कि सेंट्रल रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस करने के लिए पिछले दिनों 667 करोड़ रुपये का टेंडर किया गया था।
अब स्टेशन को अमृत भारत योजना से जोड़े जाने के बाद और ज्यादा बजट मिलने की उम्मीद है। अनुमान है कि अब स्टेशन के विकास में करीब 750 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हालांकि इसके साथ ही गोविंपुरी, पनकी और अनवरगंज के भी दिन सुधरेंगे, क्योंकि इस योजना में कानपुर के इन तीनों पुराने उपनगरीय स्टेशनों को भी स्थान दिए जाने की सूचना है। यह कार्य वर्ष 2025 तक पूरा होगा।
यह होंगी सुविधाएं
- 10 की जगह 14 प्लेटफार्म होंगे
- कैंट व सिटी साइड में बिल्डिंग का दृश्य प्राचीन धरोहरों की थीम पर होगा
- बाहर से किसी बड़े एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग की तरह दिखाई पड़ेगा
- घंटाघर चौराहे से सीधे पोर्टिको तक पहुंचने को रिजर्व कारिडोर बनेगा
- स्टेशन पर वीवीआइपी के लिए 250 वाहनों की रिजर्व पार्किंग
- थ्री और फाइव स्टार होटल, आधुनिक माल की सुविधा
- यात्रियों के प्रतीक्षालय से लेकर प्रत्येक प्लेटफार्म पर बेहतर सुविधाएं रहेंगी
- हर प्लेटफार्म पर लिफ्ट, स्वचालित सीढ़ियों के अलावा खानपान की सुविधाएं होंगी।
वंदे मेट्रो आसान करेगी लखनऊ की यात्रा
कानपुर से लखनऊ तक यात्रा करने वालों की बड़ी संख्या है। अधिक ट्रेनों का भार बढ़ने के बाद मेट्रो सेवा काफी समय से बंद पड़ी है। मेट्रो बंद होने के बाद दैनिक यात्रियों के लिए लखनऊ तक की यात्रा दिन पर दिन मुश्किल होती गई। ऐसे में रेल बजट में प्रस्तावित वंदे मेट्रो से उम्मीद जागी है कि आने वाले समय में एक घंटे से भी कम समय में लखनऊ पहुंचा जा सकेगा।
खाली पड़ी जमीनें पैदा करेंगी सौर ऊर्जा रेल बजट में अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट की भी घोषणा की गई है। अधिकारियों के मुताबिक रेलवे के पास बड़े क्षेत्रफल में जमीनें खाली पड़ी हैं। यहां पर बड़े-बड़े सौर ऊर्जा प्लांट लगाकर बिजली पैदा करने की योजना है। इस लिहाज से कानपुर भी बड़ा केंद्र बन सकता है, क्योंकि कानपुर रेलवे के पास सैंकड़ों एकड़ भूमि खाली पड़ी है।