बदलेगा कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन, मास्टर प्लान जारी और अब जुलाई में आएगा डीपीआर
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन को और बेहतर करने के लिए संभावित मास्टर प्लान जारी कर दिया गया है अब जुलाई माह में डीपीआर आ जाएगा। इसमें प्रवेश और निकासी के लिए अलग अलग द्वार की व्यवस्था की जाएगी।
कानपुर, जागरण संवाददाता: कानपुर सेंट्रल के लिए संभावित मास्टर प्लान जारी हो गया है। रविवार को रेलवे मंत्रालय ने ट्वीट कर इस प्लान को साझा किया है। नए भारत का नया स्टेशन का नाम दिया। इसमें प्रवेश और निकासी के लिए अलग से मार्ग होंगे। जुलाई के अंतिम महीने में डीपीआर बनकर तैयार हो जाएगा। कानपुर सेंट्रल, प्रयागराज और ग्वालियर स्टेशन के लिए टेंडर जारी हो गए हैं। 36 महीने में यह परियोजना का कार्य पूरा करने का प्लान है। टेंडर भरने की अंतिम तिथि 10 अगस्त तक है। इसके लिए 712.04 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बता कि सेंट्रल रेलवे स्टेशन को विश्व स्तर का बनाने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से इस परियोजना को हरी झंडी मिली है। बाहर से यह दिल्ली एयरपोर्ट जैसा दिखेगा। अभी सेंट्रल स्टेशन पर रोजाना 70 से 80 हजार लोग यात्रा करते हैं। वहीं करीब एक लाख लोगों का आवागमन होता है। परियोजना पूरा होने से लोगो को लाभ मिलेगा।
ऐसे होगी सुविधा
भवन निर्माण के साथ साथ प्लेटफार्म का भी विस्तार किया जाना है। अभी 10 प्लेटफार्म है जिसे 13 कर दिया जाएगा। अभी प्लेटफार्म की कमी के कारण कई गाड़ियों को आउटर पर रोकना पड़ता है जिससे 10 से 15 मिनट का समय बर्बाद होता है। कई बार इससे गाड़ी भी लेट हो जाती है। इसी इमारत में आरक्षण केंद्र, जनरल टिकट घर बनेंगे। अभी दोनों अलग अलग जगह पर हैं। सिटी साइड में प्रस्तावित तीन सितारा होटल के बगल में फ़ूड प्लाजा होगा। होटल के नीचे ही भूमिगत पार्किंग की सुविधा होगी।
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डा. शिवम शर्मा ने बताया कि हमारी कोशिस है कि 36 माह में काम पूरा हो जाय। अभी कानपुर सेंट्रल, प्रयागराज और ग्वालियर स्टेशन के लिए टेंडर जारी किया गया है। जुलाई के अंत में डीपीआर भी आ जाएगा।