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कानपुर सेंट्रल पर GRP ने पकड़ा पौने दो करोड़ रुपये का सोना, अब Income Tax विभाग करेगा जांच

सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पिट्ठू बैग लादे चार युवक सुबह से टहल रहे थे। जीआरपी को इन पर शक हुआ तो चारों से पूछताछ की गई। उन्होंने बताया कि वह दिल्ली की साईं एयर पार्सल सर्विस के डिलीवरी मैन हैं ।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 08:13 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 08:13 PM (IST)
कानपुर सेंट्रल पर GRP ने पकड़ा पौने दो करोड़ रुपये का सोना, अब Income Tax विभाग करेगा जांच
कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर पकड़ा गया सोना।

कानपुर, जेएनएन। सेंट्रल स्टेशन पर गुरुवार को जीआरपी ने करीब पौने दो करोड़ रुपये का सोना पकड़ा। सोने का वजन साढ़े तीन किलोग्राम बताया जा रहा है जिसमें आधा किग्रा बिस्किट आैर शेष ज्वैलरी मिली है। पकड़े गए आरोपितों ने खुद को दिल्ली की एक कोरियर कंपनी का डिलीवरी मैन बताया है।जीआरपी के साथ ही आयकर और जीएसटी की टीमें पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर रही हैं। जीआरपी के मुताबिक आरोपितों से दस्तावेज मांगे गए हैं। 

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इस तरह चढ़े हत्थे: सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर पिट्ठू बैग लादे चार युवक सुबह से टहल रहे थे। जीआरपी को इन पर शक हुआ तो चारों से पूछताछ की गई। उन्होंने बताया कि वह दिल्ली की साईं एयर पार्सल सर्विस के डिलीवरी मैन हैं और दिल्ली से ब्रह्मपुत्र मेल से सुबह 5:20 बजे आए हैं। इसके बाद उन्होंने बैग में सोना होने की जानकारी दी और सोने की डिलीवरी बनारस-पटना में देने की बात बताई। बताया कि सेंट्रल स्टेशन से उन्हें आगे बनारस अथवा पटना में कहां जाना है इसकी सूचना मिलने का वह लोग इंतजार कर रहे हैं। बैग में सोना होने की जानकारी पर चारों को थाने लाया गया। तलाशी में इनके पास से सौ-सौ ग्राम के पांच बिस्किट जिसका कुल वजन 490 ग्राम था। इसके साथ ही तीन किग्रा के आभूषण मिले जिसमें अंगूठी, हार, नाक की कील, चेन मिली है। जीआरपी ने बताया कि जीएसटी और आयकर अधिकारियों को सूचना दी गई है। जीएसटी टीम ने बरामद सोने पर कर का आकलन किया है आइटी को सौंपी गई जांच: आयकर विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर अंकित तिवारी और इंस्पेक्टर एसडी तिवारी ने भी पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर कंपनी के कामकाज की डिटेल जुटायी है। जीआरपी सीओ कमरूल हसन के मुताबिक कंपनी से सोने की डिलीवरी आैर मालिक संबंधी डिटेल और दस्तावेज मांगे गए हैं। इसके बाद ही तय होगा कि सोना तस्करी का है या फिर कर बचाने से इस तरह से डिलीवरी दी जा रही है।


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