पहले प्रेमिका की गला दबाकर हत्या की, फिर बेफिक्री से नहाया.... बाथरूम से बाहर आकर बेटे को भी फांसी पर चढ़ाया
नरेंद्र ने अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि सीमा उसके दूसरे प्रेम संबंधों में बाधा बन रही थी और उस पर शादी का दबाव बना रही थी। विवाद के बाद गला दबाकर उसे मार डाला पति मनोज दिवाकर की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया।
संवाद सहयोगी, चौबेपुर : कन्नौज के जलालाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एएनएम सीमा दिवाकर और उनके 12 वर्षीय बेटे आदित्य की नृशंस हत्या कर दी गई। घटना रविवार सुबह बिल्हौर के बलरामनगर में हुई। किराये के मकान में महिला का शव चारपाई पर और बेटे का शव फंदे पर लटका मिला। विवाद के बाद आठ साल से वह पति से अलग रह रही थी। वारदात को महिला के प्रेमी रसूलाबाद के पलिया बांस खेड़ा गांव निवासी नरेंद्र यादव ने अंजाम दिया।
नरेंद्र ने अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि सीमा उसके दूसरे प्रेम संबंधों में बाधा बन रही थी और उस पर शादी का दबाव बना रही थी। इसको लेकर रात में विवाद के बाद गला दबाकर उसे मार डाला। बाद में दुपट्टे से फंदा लगाकर बेटे को भी लटका दिया। घाटमपुर के बिरिसिंगपुर निवासी पति मनोज दिवाकर की तहरीर पर पुलिस ने देर रात हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया है।
बिल्हौर दोहरा हत्याकांड: दरिंदगी की हदें पार
बिल्हौर के बलरामनगर मुहल्ले में हुए दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले नरेंद्र ने दरिंदगी की हद पार कर दी। उसने मां-बेटे की हत्या एक साथ नहीं की, बल्कि दोनों को अलग-अलग समय पर मारा। भोर में प्रेमिका सीमा से विवाद के बाद सबसे पहले उसको गला घोंटकर मार दिया। सीमा का 12 साल का बेटा आदित्य इस घटना को देख सहम गया। मां का शव देखकर वह रह-रहकर रोता रहा। इधर, सीमा की हत्या के बाद नरेंद्र बेफिक्र होकर सुबह नहाने चला गया।
इस दौरान, मां को मारने वाले नरेंद्र के लिए आदित्य ने ही पानी गरम किया। नहाने के बाद नरेंद्र लौटा तो उसने देखा कि आदित्य रो रहा था और बार-बार कह रहा था कि उसने उसकी मां को मार डाला। इतना सुनते ही नरेंद्र के दिमाग पर डर और गुस्सा हावी होने लगा। प्रत्यक्षदर्शी होने की वजह से कहीं आदित्य उसकी पोल न खोल दे, इसलिए उसे भी मार डालने का फैसला किया। दुपट्टे से उसका भी गला घोंटकर फंदे पर लटका दिया। आरोपित नरेंद्र ने यह बात पुलिस के सामने खुद कबूल की है।
बार-बार बयान बदलता रहा आरोपित नरेंद्र
सीमा शनिवार को ड्यूटी के बाद बिल्हौर नहीं लौटी थी। नरेंद्र ने पुलिस को बताया कि सीमा ने शनिवार रात लगभग नौ बजे उसे फोन कर बताया कि ड्यूटी से लौटते समय दो लोग उसे बेहोशी का इंजेक्शन देकर गाड़ी में डालकर ले गए हैं और इस समय वह महाराजपुर में है। महिला की सूचना पर नरेंद्र और उसके चाचा का लड़का देवेंद्र पड़ोस के शिवकुमार दिवाकर की वैन से देर रात महाराजपुर पहुंचे थे और वहां से सीमा को लेकर लगभग साढ़े तीन बजे कमरे पर आए थे।
नरेंद्र ने जब यह कहानी बताई तो पुलिस को विश्वास नहीं हुआ और कड़ाई से पूछताछ शुरू की। नरेंद्र ने पहले यही बताया कि दोनों लिव-इन में ढाई साल से रह रहे थे। पिछले कुछ समय से वह गांव में रह रहा था। इसके बाद पुलिस पूछताछ और कड़ी हुई तो उसने बताया कि गांव में एक महिला के साथ उसके अवैध संबंध हो गए थे, इसलिए उसने सीमा के पास आना कम कर दिया था। इस पर सीमा ने जहरखुरानी की झूठी सूचना देकर उसे बुलाया। इसी बात को लेकर विवाद हुआ, जो हत्या का कारण बना। हालांकि, उसने अन्य के इसमें शामिल होने से इनकार किया है।
भाई ने कहा बहन से नहीं है कोई रिश्ता
अस्ता गांव में सीमा के मायके के स्वजन उसकी हत्या से अनभिज्ञ हैं। भाई ने कहा कि हमारे लिए बहन तो उसी दिन मर गई थी, जिस दिन पति को छोड़कर चली गई थी। पता चला था कि वह बिल्हौर में नर्स के रूप में काम करती थी। बेटी की हत्या की बात सुनकर मां की आंखें जरूर भर आईं।