फिर खतरनाक हुई शहर की हवा, वायु गुणवत्ता सूचकांक की सबसे खराब श्रेणी में कानपुर Kanpur News
देश में 16वें और प्रदेश में चौथा सबसे प्रदूषित शहर बन गया है।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर की हवा में फिर प्रदूषण का जहर इतना घुल गया है कि यहां सेहतमंद लोगों के लिए सांस लेना ठीक नहीं है। प्रदूषण स्तर में कानपुर देश का 16वां और प्रदेश का चौथा सबसे प्रदूषित शहर है।
कानपुर में प्रदूषण रोकने को लेकर प्रशासन और नगर निगम ने उपाय किए जाने का दावा किया था, उसका असर शहर में दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसे में एक बार फिर स्मॉग का खतरा सिर पर मंडरा रहा है। बुधवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने जो आंकड़े जारी किए उसमें कानपुर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ ) एक बार फिर चार सौ की सीमा पार कर 412 तक पहुंच गया। यह वह स्थिति है, जब सेहतमंद लोगों के लिए भी इस हवा में सांस लेना ठीक नहीं रह गया है। हवा में हानिकारक गैसों के अलावा कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा बेहद बढ़ी हुई है। शहर के अधिकांश भीड़ भाड़ व हाइवे किनारे के इलाकों में एक्यूआइ उच्चतम स्तर 500 तक पहुंच गया है। पिछले तीन दिनों से जिस तरह प्रदूषण तेजी से बढ़ा है उससे गुरुवार तक स्थिति और खतरनाक हो सकती है।
यूपी के चार सर्वाधिक प्रदूषित शहर
शहर एक्यूआइ
- गाजियाबाद 467
- ग्रेटर नोएडा 462
- नोएडा 470
- कानपुर 412