कानपुर, जागरण संवाददाता : राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा स्नातकोत्तर (नीट पीजी) की काउंसिलिंग के मसले पर किसी प्रकार की पहल न होने पर जूनियर डाक्टरों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए शनिवार से हड़ताल पर रहेंगे। जूनियर रेजीडेंट (जेआर) को शुक्रवार से हड़ताल पर जाना था, लेकिन प्राचार्य के आग्रह पर शुक्रवार को टाल दिया। जेआर ने एलएलआर अस्पताल (हैलट) में ओपीडी और आपरेशन ठप करने का ऐलान किया है। वहीं, मेडिकल कालेज के प्राचार्य ने चिकित्सा शिक्षकों के शीतकालीन अवकाश रद कर दिए हैं। सीनियर रेजीडेंट (एसआर), नान पीजी जूनियर रेजीडेंट (एनपीजी) और इंटर्न के अवकाश निरस्त कर वापस बुला लिया है। उनकी ड्यूटी वार्डों में लगाई गई है।

नीट पीजी काउंसिलिंग में विलंब के विरोध में जूनियर डाक्टर 12 दिन तक राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहे थे। केंद्र सरकार के एक हफ्ते में समाधान के आश्वासन पर नौ दिसंबर को हड़ताल स्थगित कर दी थी। नौ दिन बाद भी कोई समाधान नहीं निकलने पर जेआर के राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तरीय इकाई ने शुक्रवार से हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया था। सुबह से जेआर हड़ताल की तैयारी करने लगे थे। कालेज प्रशासन ने शुक्रवार को चिकित्सा सेवाएं यथावत रखने का आग्रह किया, जिसे जेआर ने स्वीकार कर शनिवार सुबह से हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया। एलएलआर इमरजेंसी में जेआर ने पूरी तैयार कर ली है। सुबह से इमरजेंसी और ओपीडी ब्लाक में धरना देंगे। सभी विभागों की ओपीडी एवं आपरेशन नहीं होने देंगे। सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही बहाल रहेंगी।

प्राचार्य ने बुलाई आपात बैठक

जूनियर डाक्टरों की हड़ताल को देखते हुए प्राचार्य प्रो. संजय काला ने शुक्रवार दोपहर सभी क्लीनिकल विभागाध्यक्षों की आपात बैठक बुलाई। इसमें उन्होंने वरिष्ठ डाक्टरों के शीतकालीन अवकाश रद करने का फरमान सुनाया। विभागाध्यक्षों समेत सभी वरिष्ठ डाक्टरों की ड्यूटी रोटेशन में लगाने के लिए कहा। साथ ही एसआर, एनपीजी और इंटर्न छात्रों के अवकाश रद करते हुए उन्हें तत्काल ड्यूटी पर लौटने का निर्देश जारी किया।

जेआर-3 की मान-मनौवल

बैठक के दौरान हड़ताल पर चर्चा की गई। प्राचार्य ने विभागाध्यक्षों से कहा कि जेआर-3 को हड़ताल में न जाने के लिए समझाएं। अगर वह मान जाते हैं तो एसआर और जेआर मिलकर व्यवस्था संभाले रहेंगे। इसके लिए जेआर-3 की मान-मनौवल शुरू हो गई है।

-जूनियर डाक्टर की हड़ताल के दौरान अस्पताल में चिकित्सीय व्यवस्थाएं चलती रहें। ताकि मरीजों को इलाज मिलता रहे, इसकी तैयारी कर ली है। नर्सिंग स्टाफ के अवकाश पर निरस्त कर उन्हें काम पर बुला लिया गया है। वार्ड एवं इमरजेंसी में नर्सिंग स्टाफ बढ़ा दिया गया है। -डा. शुभ्रांशु शुक्ल, सीएमएस, एलएलआर अस्पताल।

-मरीजों को इलाज मुहैया कराने के लिए वैकल्पिक इंतजाम कर लिए गए हैं। वरिष्ठ डाक्टर ओपीडी करेंगे। एसआर, एनपीजी व इंटर्न इमरजेंसी व वार्डों की व्यवस्था संभालेंगे। बैठक करके सभी की जिम्मेदारियां तय कर दी हैं। - प्रो. संजय काला, प्राचार्य, जीएसवीएम मेडिकल कालेज।

Edited By: Abhishek Agnihotri