Coronavirus Kanpur: 2000 से ज्यादा कोरोना संदिग्धों की जांच की तेजी को झांसी मेडिकल कॉलेज ने दिया झटका
झांसी मेडिकल कॉलेज ने कोरोना संदिग्धों की जांच के लिए भेजे गए 250 सैंपल लौटा दिए हैं।
कानपुर, [गौरव दीक्षित]। शहर में दो हजार कोरोना संदिग्ध एक साथ सामने आने के बाद सैंपल की जांच जल्दी कराने को लेकर प्रशासन सजग है लेकिन उसकी तेजी को झांसी मेडिकल कॉलेज ने झटका दिया है। यहां से जांच के लिए भेजे गए 250 सैंपल झांसी मेडिकल कॉलेज ने लौटा दिए हैं। ऐसे में न केवल संक्रमितों की तलाश को झटका लगा है बल्कि स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में खड़ी हो गई है।
पुलिस ने लिए थे पांच सौ लोगों के सैंपल
शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की चेन दिन प्रतिदिन लंबी होती जा रही है। संक्रमित मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री व पड़ताल के माध्यम से पुलिस ने अब तक दो हजार लोगों के नाम चिह्न्ति किए हैं। इनमें से पांच सौ लोगों के नमूने तीन दिन पहले लिए गए थे। चूंकि स्वास्थ्य विभाग के पास शहर में स्थित लैब में एक दिन में डेढ़ सौ नमूने के परीक्षण की क्षमता है, इसलिए बढ़े हुए सैंपलों को परीक्षण के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज भेजा गया था।
सैंपल भेजने में कोल्ड चेन का पालन नहीं
एसएसपी अनंत देव ने बताया कि जो सैंपल झांसी की कोरोना लैब में भेजे गए थे वहां से बिना जांच के वापस कर दिए गए हैं। नमूने क्यों वापस किए गए, इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने मंडलायुक्त सुधीर एम बोबडे को स्थिति से अवगत करा दिया है। इस संबंध में जागरण संवाददाता द्वारा झांसी मेडिकल कॉलेज से संपर्क किया गया तो चौंकाने वाला तथ्य सामने आया। पता चला कि जो भी नमूने भेजे गए थे, उनमें मेडिकल नार्म्स का कोई पालन नहीं किया गया। नियमानुसार नमूनों को आइस पैक में सुरक्षित करके भेजा जाना चाहिए था, लेकिन उन्हें सामान्य तापमान पर ही भेजा गया था। कोल्ड चेन का ध्यान नहीं रखने की वजह से ही सैंपल वापस किए गए है।
पहले भी हो चुकी है लापरवाही
कोरोना संक्रमण की रोकथाम में जुटी स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा ऐसी लापरवाही पहले भी की जा चुकी है। इससे पहले शुरूआत में लखनऊ भेजे गए दर्जन भर सैंपल लखनऊ मेडिकल कॉलेज ने वापस कर दिए थे। इन नमूनों में संक्रमितों के नाम व पहचान मिट गई थी।
इनकी भी सुनिए
- कानपुर मेडिकल कॉलेज से आए कोरोना सैंपल में कोल्ड चेन का ध्यान नहीं रखा गया। सैंपल आइस पैक कर नहीं भेजे गए थे। इससे सही परिणाम आने की संभावना कम थी।-डॉ. साधना कौशिक, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज झांसी
- सैंपल कोल्ड चेन का ध्यान नहीं रखा गया। इसकी लिखित जानकारी मेडिकल कॉलेज प्रशासन को दे दी गई है। सीएमओ को भी बता दिया गया है। सैंपल दोबारा भेजने को कहा गया है।-डॉ. नमिता श्रीवास्तव, सहायक आचार्य माइक्रोलॉजी विभाग, मेडिकल कॉलेज झांसी