Bikru Case: ढाई महीने बाद भी नहीं शुरू हुई जय बाजपेयी के पुराने मामलों की दोबारा जांच
जय बाजपेयी का नाम बिकरू कांड में सामने आने के बाद आइजी मोहित अग्रवाल के निर्देश पर जय से जुड़े विवादित मुकदमों की दोबारा से विवेचना का आदेश हुआ था जय के जेल जाने के बाद तत्कालीन एसएसपी ने दिए थे आदेश
कानपुर, जेएनएन। बिकरू कांड का शोर अभी धीमा नहीं पड़ा है, लेकिन विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी व उसके भाइयों पर पुलिसिया शिकंजा कमजोर होने लगा है। ढाई महीने बाद भी पुलिस ने उन मुकदमों की दोबारा जांच नहीं शुरू की है, जिनमें एएसपी केसी गोस्वामी ने अपनी रिपोर्ट में सवाल खड़े किए थे।
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक जय बाजपेयी के खिलाफ वर्ष 1999 से मुकदमे दर्ज हो रहे थे। उसके खिलाफ आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हुए, लेकिन एक दो मामलों को छोड़कर वह सभी में बच गया। इसके अलावा भी तमाम ऐसे प्रकरण हैं, जिनमें पुलिस ने कोई कार्रवाई ही नहीं की। जबकि जय ने अपने प्रतिद्वंदी सौरभ भदौरिया के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज कराए और उनमें कार्रवाई भी हुई। इसके अलावा जय बाजपेयी व उसके भाई रजय बाजपेयी से जुड़े फर्जी गनर प्रकरण में पुलिस ने नियम कायदों को ताक पर रखकर रजय की रक्षा की।
तत्कालीन एएसपी कन्नौज ने फर्जी गनर, 30 अक्टूबर 2017 को हुई मारपीट के अलावा बजरिया में पंजीकृत 184/2010, मुकदमा संख्या 10/2016, मुकदमा संख्या 68/2017, मुकदमा संख्या 69/2017 और नजीराबाद में दर्ज मुकदमा संख्या 223/2017 की जांच नजीराबाद व बजरिया थानों से हटाकर किसी अन्य थाने से कराने की संस्तुति की थी। मगर, इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जय बाजपेयी का नाम बिकरू कांड में सामने आने के बाद आइजी मोहित अग्रवाल के निर्देश पर जय से जुड़े विवादित मुकदमों की दोबारा से विवेचना का आदेश हुआ था, लेकिन ढाई महीने बाद कोई जांच शुरू नहीं हुई।
सौरभ ने कहा मेरे मामलों में भी जांच हो
जय बाजपेयी के मुकदमों में दोबारा जांच न होने पर सौरभ भदौरिया ने भी सवाल खड़े किए हैं। सौरभ का दावा है कि अगर जांच हुई, तो उनकी बेगुनाही भी सामने आएगी। उनके खिलाफ जितने भी मुकदमे हैं, सभी जय के इशारे पर हुए। उनके 80 साल के पिता और छोटे बच्चे को भी आरोपित बना दिया गया।
इनका ये है कहना
ममाला मेरे संज्ञान में नहीं है। अगर ऐसा है तो जांच कराई जाएगी। जय बाजपेयी के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। - डॉ. प्रीतिंदर सिंह, एसएसपी