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इस्लामी 1441 हिजरी का आगाज, शहरकाजी की जुबानी जानें नए साल में क्या करें Kanpur News

फेसबुक वाट््सएप समेत सोशल मीडिया पर मुबारकबाद का दौर चला।

By AbhishekEdited By: Published: Sun, 01 Sep 2019 02:43 PM (IST)Updated: Sun, 01 Sep 2019 02:43 PM (IST)
इस्लामी 1441 हिजरी का आगाज, शहरकाजी की जुबानी जानें नए साल में क्या करें Kanpur News
इस्लामी 1441 हिजरी का आगाज, शहरकाजी की जुबानी जानें नए साल में क्या करें Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। रविवार से इस्लामी नए साल (1441 हिजरी) का आगाज हो गया, इसपर लोगों ने एक दूसरे को नए साल की मुबारकबाद दी और संकल्प लिया कि कुरआन और हदीस में दी गई हिदायत के अनुसार ही अपनी जिंदगी गुजारेंगे। लोगों ने फेसबुक, वाट््सएप मैसेंजर समेत अन्य माध्यम से एक दूसरे को मुबारकबाद दी ।

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शनिवार की शाम को चांद की पुष्टि होने के बाद नए साल 1441 हिजरी के लिए एक दूसरे को मुबारकबाद देने का सिलसिला शुरू हो गया। मदरसा इशाअतुल उलूम कुलीबाजार में जलसा हुआ जिसकी अध्यक्षता शहरकाजी मौलाना हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादी ने की। शहरकाजी ने कहा कि इस साल का बहुत एहतराम करें, इस महीने में शहादत हुई हैं जिससे इस महीने का महत्व और बढ़ जाता है। इस महीने में खूब इबादत करें, नमाज पढ़ें और अपने मुल्क की तरक्की व खुशहाली के साथ अमन-ओ-अमान की दुआ करें।

जमीअत उलमा के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना मतीनुल हक ओसामा ने जाजमऊ शीतला बाजार में जलसा किया। चमनगंज में तंजीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत ने जलसा किया। तंजीम के अध्यक्ष हाफिज व कारी सैयद मोहम्मद फैसल जाफरी ने कहा कि इस्लामी साल का आगाज माहे मोहर्रम से होता है इस महीने की पहली तारीख को इस्लाम के दूसरे खलीफा उमर फारूके आजम की शहादत हुई और फिर इसके बाद 10 मोहर्रम को मैदाने कर्बला में हजरत इमाम हुसैन ने अपने 72 जांनिसारों के साथ शहादत पाई ।


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