कानपुर में पीपीएन मार्केट से 20 किलो नकली चांदी देकर ले गए सोना, कई राज्यों में इस गिरोह ने ज्वैलर्स को ठगा
कानपुर के पीपीएन मार्केट में एक गिरोह ने 20 किलो नकली चांदी देकर ज्वैलर्स से सोना ठग लिया। इस गिरोह ने पहले भी कई राज्यों में ज्वैलर्स को निशाना बनाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और गिरोह को पकड़ने की कोशिश कर रही है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर के पीपीएन मार्केट में ज्वैलर्स से बड़ी ठगी हुई। उन्हीं के यहां से असली चांदी खरीदी इसके बाद नकली चांदी वापसकर सोना ले गए। जब उसे चेक कराया तो वह नकली निकली। इसी तरह गिरोह से कई राज्यों में इस तरह की ठगी करके करोड़ों ठगे। अब गिरोह हत्थे चढ़ा।
बैजनाथ ज्वैलर्स से ठगे
पीपीएन मार्केट के बैजनाथ ज्वैलर्स से करीब 20 किलो असली चांदी खरीदकर धनतेरस पर उसे बेचने के नाम पर ठगों ने नकली चांदी थमा दी। इसके बदले ठगों ने उनसे असली सोना खरीदा और फरार हो गए। सर्राफ ने जब चांदी चेक कराई तो उसमें रांगा निकला। पीड़ित सर्राफ की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करते हुए पुलिस ने जांच शुरु की।
300 कैमरों को देखा तब राजफाश
डीसीपी सेंट्रल श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि घटना के राजफाश के लिए सर्विलांस टीम, क्राइम ब्रांच और करीब 300 आपरेशन त्रिनेत्र कैमरों को देखने के बाद टीम ने आगरा जनपद के लोहामंडी निवासी मोहित कुमार वर्मा, ट्रांस यमुना निवासी नंदू शाक्य, शीतला गली के राजकुमार वर्मा, जगदीशपुरा आवास विकास के संजय वर्मा और चकेरी के प्रवीण सिंह को गिरफ्तार कर लिया। जबकि गैंग का सरगना आगरा के पिनाहट भदरौली निवासी छत्रपाल सिंह और उसके दो साथी देवेंद्र गुप्ता उर्फ देवा और आकाश अग्रवाल फरार हो गए।
कोटा में 30 लाख ठगे
कर्नलगंज थाना प्रभारी विनीत कुमार ने बताया कि गैंग सरगना छत्रपति सिंह ने कोटा में भी 30 लाख की ठगी की थी। आरोपितों के पास से 12.500 किलो नकली चांदी और 17.75 ग्राम सोना के साथ ही आधारकार्ड, पैनकार्ड और पांच मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
दिल्ली से लेकर उत्तराखंड तक ठगे लोगों को
गिरोह के सरगना की तलाश की जा रही है। इससे पूर्व गैंग कोटा, जयपुर, देहरादून, गुना, शिवपुरी, दिल्ली और ग्वालियर में भी ठगी की घटनाएं कर चुके हैं।

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