आइआइटी की कार्यशाला में कोडिंग के जरिए संदेश भेजने की तकनीक बताएंगे वैज्ञानिक
बैंकिंग सुरक्षा ऑनलाइन संदेशों की सुरक्षा, प्राइवेसी व क्रिप्टोग्राफी पर अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला में ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर व इजराइल से आएंगे वैज्ञानिक।
By AbhishekEdited By: Published: Wed, 05 Dec 2018 07:22 PM (IST)Updated: Wed, 05 Dec 2018 07:22 PM (IST)
कानपुर, जेएनएन। आइआइटी कानपुर में ऑनलाइन संदेशों की सुरक्षा, उनकी प्राइवेसी व क्रिप्टोग्राफी (कोडिंग के जरिए संदेश भेजना) पर चर्चा करने के लिए ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, इजराइल व यूएस समेत अन्य देशों से वैज्ञानिक व प्रोफेसर आ रहे हैं। सिक्योरिटी, प्राइवेसी एंड एप्लाइड क्रिप्टोग्राफी इंजीनियङ्क्षरग (एसपीएसीई-स्पेस) विषय पर अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में वैज्ञानिक सोशल मीडिया के संदेशों को भेजने से लेकर बैंकिंग सेक्टर के डाटा तक को सुरक्षित रखने की तकनीक बताएंगे। दुनियाभर के वैज्ञानिक इस पर शोध कार्य कर रहे हैं।
15 दिसंबर से शुरू होगा 'स्पेस-2018'
15 से 19 दिसंबर तक चलने वाली 'स्पेस-2018' अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के समन्वयक आइआइटी के उप निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल व कंप्यूटर साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. संदीप शुक्ला हैं। आइआइटी, इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर क्रिप्टोलॉजिक रिसर्च (आइएसीआर) व क्रिप्टोग्राफी रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में होने वाली इस कांफ्रेंस में ऑनलाइन मनी को सुरक्षित रखने के लिए खोजे गए सॉफ्टवेयर के बारे में विशेषज्ञ बताएंगे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं में नानयांग प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से शिवम भसीन, यूनिवर्सिटी ऑफ हायफा इजराइल से शाय ग्यूरोन, टेक्निओन इजराइल से एवी मेनडेलसन, आइएसआइ कोलकाता से मृदुल नंदी, यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया से वनीसा टीग्यू, तेल अवीव यूनिवर्सिटी इजराइल से इरान टच होंगी।
कार्यशाला की अध्यक्षता नानयांग प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय सिंगापुर से डा. अनुपम चट्टोपाध्याय, द यूनिवर्सिटी ऑफ एडीलेड ऑस्ट्रेलिया व डाटा-61 ऑस्ट्रेलिया से डॉ. युवल यारोम, आइआइटी मद्रास से प्रो. चेस्टर रिबेरो करेंगे। ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, इजराइल समेत अन्य देशों से आने वाले वैज्ञानिक बताएंगे ऑनलाइन डाटा की सुरक्षा के क्षेत्र में बनाए जाने वाले सॉफ्टवेयर व तकनीकी के अलावा नए अनुसंधान के बारे में बताएंगे।
15 दिसंबर से शुरू होगा 'स्पेस-2018'
15 से 19 दिसंबर तक चलने वाली 'स्पेस-2018' अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के समन्वयक आइआइटी के उप निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल व कंप्यूटर साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. संदीप शुक्ला हैं। आइआइटी, इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर क्रिप्टोलॉजिक रिसर्च (आइएसीआर) व क्रिप्टोग्राफी रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में होने वाली इस कांफ्रेंस में ऑनलाइन मनी को सुरक्षित रखने के लिए खोजे गए सॉफ्टवेयर के बारे में विशेषज्ञ बताएंगे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं में नानयांग प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से शिवम भसीन, यूनिवर्सिटी ऑफ हायफा इजराइल से शाय ग्यूरोन, टेक्निओन इजराइल से एवी मेनडेलसन, आइएसआइ कोलकाता से मृदुल नंदी, यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया से वनीसा टीग्यू, तेल अवीव यूनिवर्सिटी इजराइल से इरान टच होंगी।
कार्यशाला की अध्यक्षता नानयांग प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय सिंगापुर से डा. अनुपम चट्टोपाध्याय, द यूनिवर्सिटी ऑफ एडीलेड ऑस्ट्रेलिया व डाटा-61 ऑस्ट्रेलिया से डॉ. युवल यारोम, आइआइटी मद्रास से प्रो. चेस्टर रिबेरो करेंगे। ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, इजराइल समेत अन्य देशों से आने वाले वैज्ञानिक बताएंगे ऑनलाइन डाटा की सुरक्षा के क्षेत्र में बनाए जाने वाले सॉफ्टवेयर व तकनीकी के अलावा नए अनुसंधान के बारे में बताएंगे।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें