ट्रेनिंग एल्गोरिथ्म से रोबोट तक पहुंचते हैं निर्देश
जागरण संवाददाता, कानपुर: किसी भी इंडस्ट्री में वर्कर को जब कोई काम बताया जाता है, तो वह मिले
जागरण संवाददाता, कानपुर: किसी भी इंडस्ट्री में वर्कर को जब कोई काम बताया जाता है, तो वह मिले हुए निर्देशों के मुताबिक उस काम को करता है। ठीक उसी तरह अगर बात रोबोटिक्स की करें तो जब हम रोबोट को जो निर्देश देते हैं। वह ट्रेनिंग एल्गोरिथ्म की प्रक्रिया के चलते ही उस तक पहुंचते हैं और वह हरकत में आकर निर्देशों का पालन करने लगता है।
शुक्रवार को आइआइटी कानपुर में इंटरनेशनल कांफ्रेंस ऑन कंप्यूटेशनल इंटेलीजेंस के दौरान देशभर से आए छात्रों-प्रोफेसरों को यह जानकारी आइआइटी खड़गपुर के प्रोफेसर आलोक कांति देब ने दी। सपोर्ट वेक्टर मशीन्स एंड इट्स ऐप्लीकेशन विषय पर बोलते हुए उन्होंने उदाहरण दिया कि जब हम ऑनलाइन खरीदारी करते हैं, तो हमें कंपनियों की ओर से कुछ सुझाव स्क्रीन पर दिखते हैं। यह सपोर्ट वेक्टर मशीन के चलते होता है और ट्रेनिंग एल्गोरिथ्म की ही प्रक्रिया कहलाती है। कांफ्रेस में सभी प्रतिभागियों ने अपने पेपर भी प्रस्तुत किए।