Farrukhabad News: दारोगा ने भाजपा सभासद को जड़ा तमाचा, समर्थकों ने जाम लगाकर किया हंगामा
Farrukhabad Crime News फर्रुखाबाद में वाहन चेकिंग के दौरान सभासद और दारोगा में बीच विवाद हुआ था जिसके बाद दारोगा ने सभासद को तामाचा मार दिया। जिसके बाद गुस्साए भाजपाइयों और अन्य समर्थकों ने हाइवे पर जाम लगा दिया।
फर्रुखाबाद, जागरण संवादददाता। वाहन चेकिंग के दौरान हुए विवाद में दारोगा ने सभासद के तमाचा जड़ दिया। घटना के विरोध में अन्य सभासद व भाजपा समर्थक पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रेलवे तिराहे पर धरने पर बैठ गए। इससे कानपुर-फर्रुखाबाद मार्ग पर जाम लग गया। जाम में दुग्ध विकास मंत्री का काफिला भी फंस गया। इस पर सांसद व विधायक मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।
बुधवार को सुभाष नगर वार्ड के सभासद शिवकुमार हलवाई का पुत्र विकास घर लौट रहा था। रेलवे तिराहे के पास वाहन चेकिंग कर रहे दारोगा मिथिलेश कुमार व हेमंत कुमार ने उसे रोक लिया। वाहन के कागज न होने पर वह परिचय देने लगा। इस दौरान दारोगा चालान करने लगे। कुछ देर में ही वहां सभासद शिवकुमार भी पहुंच गए। दारोगा से उनके साथ विवाद हो गया। बात बढ़ी तो दारोगा ने सभासद के तमाचा मार दिया। सभासद के पक्ष से आए गौरव गुप्ता व मोनू गुप्ता से भी दारोगा ने मारपीट कर दी। उसके बाद सभासद व भाजपा कार्यकर्ता एकत्र हो गए और वहीं धरने पर बैठ गए। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि दारोगा ने कैंसर से पीड़ित सभासद के साथ मारपीट की। जब तक इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तब तक जाम नहीं खोलेंगे। प्रभारी थानाध्यक्ष राघवेंद्र तिवारी ने धरने पर बैठे लोगों को समझाने का प्रयास किया। सीओ अजेय शर्मा को भी भीड़ ने अनसुना कर दिया। भाजपा जिलाध्यक्ष रूपेश गुप्ता, सांसद मुकेश राजपूत, विधायक नागेंद्र सिंह राठौर भी मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठे लोगों को समझाकर जाम खुलवाया। चेयरमैन के प्रतिनिधि मदन मोहन माहेश्वरी ने कहा कि थाना पुलिस आए दिन कार्यकर्ताओं से अभद्रता करती है। इस मामले में सभासद के पुत्र विकास हलवाई ने दारोगा हेमंत कुमार, उमाकांत अवस्थी, मिथिलेश यादव व सिपाही जितिन त्रिपाठी के खिलाफ तहरीर दी।
जाम में फसे मंत्री, नहीं उतरे कार से
लखनऊ जा रहे मंत्री का काफिला जाम में फंस गया। भाजयुमो मंडल अध्यक्ष सत्यम दुबे ने मंत्री की कार के पास पहुंच कर घटना की जानकारी दी। इसके बावजूद वह कार में बैठे रहे। उन्होंने एसपी को फोन लगाया तो स्वीच आफ था। उन्होंने आइजी को फोन लगाकर घटना की जानकारी दी।