कब्रिस्तानों में प्रभावशालियों ने कर लिये, कब्रें गायब, बन गये पक्के मकान व गोदाम
प्रभावशालियों ने मुस्लिम कब्रिस्तान की जमीनों पर भी अवैध कब्जा कर लिया। इन लोगों ने स्थान से कब्र ही गायब करा दीं और इनके ऊपर पक्के मकान तथा गोदाम बना लिये। रहने के साथ ही गोदाम को किराए पर उठाकर कमाई भी की जा रही है।
कानपुर, जेएनएन। मुर्दे दफन करने के लिए बने कब्रिस्तानों में लोगों के कब्जे बढ़ते जा रहे हैं। कब्रिस्तानों में अवैध कब्जों से कब्र गुम हो गई है। कब्रिस्तानों में पक्के मकान बन गए हैं, दुकानें खुल गई है, कबाड़ के गोदाम, फर्नीचर के कारखाने बने हुए हैं।
कब्रिस्तान होते तो मुर्दों को दफन करने के लिए हैं लेकिन, इनपर अवैध रूप से जिंदा लोगों ने अपना अधिकार जमा लिया है। कब्रिस्तान में कब्जों की यह स्थिति है कि कब्रों के ऊपर ही दुकानें, मकान आदि बना लिए गए हैं। कब्रिस्तानों में अवैध रूप से बनाए गए मकानों को किराए पर भी उठाया जाने लगा है। ईदगाह से कर्नलगंज की तरफ बढ़ने पर कब्रिस्तान की जगह पर अवैध कारखाने चल रहे है। छेदीशाह कब्रिस्तान में कब्जा कर बिरयानी, फर्नीचर आदि की दुकानें खोल ली गई है। कब्रिस्तान के अंदर भी कब्जे हैं। ईदगाह कालोनी के बराबर में तकिया हुजूरी शाह कब्रिस्तान में कब्रों के ऊपर अवैध कबाड़ का गोदाम रखा है। कब्रों के ऊपर ही कबाड़ रखा रहता है। तकिया बादल शाह में भी यही हाल है। शहरकाजी मुफ्ती साकिब अदीब ने उलमा के साथ हाल ही में कब्रिस्तानों का निरीक्षण कर इनकी दुर्दशा देखी है। जल्द ही कब्जे हटाने के प्रयास शुरु करने की बात भी कही है।
हटाए जाएंगे कब्जे
शहर काजी मुफ्ती शाकिब अदीब का कहना है कि कब्रिस्तानों से अवैध कब्जे हटवाएं जाएंगे। कब्रिस्तानों का निरीक्षण किया गया है। अधिकांश में अवैध कब्जे हैं,कहीं कबाड़ के गोदाम तो कहीं फर्नीचर व बिरयानी की दुकान खुल गई है। कब्रिस्तानों में अवैध कब्जों की रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों से मिला जाएगा, अवैध कब्जे हटाने का अभियान चलाया जाएगा।