कोरोना काल बदली कानपुर के उद्योगों की तस्वीर, 75000 करोड़ रुपये का सालाना टर्नओवर
जरूरत के साथ उत्पादन का गणित बदलने के बाद खान-पान उद्योग सबसे आगे तो टेक्सटाइल व हार्डवेयर सबसे नीचे हो गया है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण ने बहुत कुछ बदल कर रख दिया है। इस महामारी का असर हमारे जीवन पर इतना गहरा पड़ा कि जरूरतें तक देखते-देखते बदल गईं। इसके अनुरूप ही बाजार में उत्पादों की मांग और औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन की चाल बदल गई। जिस कानपुर शहर में होजरी और चमड़ा उद्योग कभी उत्पादन में सिरमौर था, टेक्सटाइल और लोहे-हार्डवेयर के उत्पादों की मांग चढ़ी रहती थी, आज वह पीछे रह गए है। ये सब अब चौथे-पांचवे से लेकर नौवें पायदान पर लुढ़क गए हैं। खान-पान की वस्तुएं, मास्क-सैनिटाइजर और दवाएं शहर में शीर्ष तीन उत्पादों के रूप में काबिज हैं, जिनका उत्पादन बंपर हो रहा है।
उद्योगों में औसतन उत्पादन 65 फीसद
शहर के उद्योगों के औसत उत्पादन की बात करें तो अनलॉक होते ही उत्पादन 65 फीसद पर पहुंच गया है। खान-पान के उत्पादों की मांग सर्वाधिक है। पैकेङ्क्षजग, रबर, हार्डवेयर, कोरोगेटेड बॉक्स, स्टील व गद्दे आदि उद्योगों में भी उत्पादन भी बढ़ा है। मांग-आपूर्ति और बेहतर होने पर दो माह में दादानगर, पनकी, फजलगंज और रूमा की औद्योगिक इकाइयों के पूरी क्षमता के साथ उत्पादन की संभावना है। उत्पादों की मांग कानपुर के अलावा बांदा, कन्नौज, इटावा, फतेहपुर, फर्रुखाबाद और औरैया, उन्नाव समेत आसपास के शहरों में बढ़ गई है।
सैन्य उपकरण में होने लगा नवाचार
शहर में सैन्य उपकरण बनाने के लिए लॉकडाउन के बाद नवाचार होने लगा है। उद्यमी मयंक श्रीवास्तव ने माइनस 60 डिग्री सेल्सियस पर सैनिकों को सुरक्षित रखने के लिए टेक्निकल नायलॉन फैब्रिक का थ्रीलेयर सूट बनाया है। उद्यमी विकास चंद अग्रवाल ने देश की शान ब्रह्मोस मिसाइल के लिए ग्रीस तैयार की है। उद्यमी विकास अग्रवाल ने माइनस 60 डिग्री पर खाना पकाने वाला डिफेंस कुकिंग स्टोव बनाया।
उद्यमियों की जुबानी बदलाव की कहानी
- होजरी बाजार खुलने के साथ उत्पादन 50 फीसद तक पहुंच गया है। मांग बढ़ती जाएगी तो इसमें और इजाफा होगा। -बलराम नरूला, होजरी उद्यमी
- खान पान समेत कुछ उत्पादों की मांग ओवरलोड है जबकि कुछ उत्पादों की क्षमता 60 से 70 फीसद है। सप्लाई चेन जब पूरी तरह बन जाएगी तब उत्पादन क्षमता सौ फीसद पहुंच जाएगी। -सुनील वैश्य, पूर्व अध्यक्ष इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन
- फूल वाली वाली गली अनवरगंज बाजार खुलने के बाद चमड़े के उत्पादों का कारोबार तेज हुआ है। शादी समारोह में मांग अधिक होती है। अगर ऑर्डर मिलेंगे तो उत्पादन बढऩा तय है।-फिरोज आलम, चमड़ा उद्यमी
कानपुर में उद्योगों की स्थिति
-18,000 औद्योगिक इकाइयां शहर में स्थापित
-50 से अधिक प्रकार के उद्योग संचालित
-03 लाख से अधिक कामगार
-70 फीसद कामगार इस समय कर रहे काम
-75000 करोड़ रुपये का प्रतिवर्ष टर्नओवर
-6000 हजार करोड़ का टर्नओवर लॉकडाउन में प्रभावित