Indian Toy Fair: प्रधानमंत्री मोदी से प्रशंसा सुनकर गदगद हो उठे चित्रकूट के शिल्पकार, बोले- खिलौना उद्याेग बनेगा आत्मनिर्भर
Indian Toy Fair जिले के शिल्पियों ने खिलौनों के 18 स्टॉल लगाए मिली सराहना। शिल्पी बोले सरकार की मंशा से खिलौना उद्योग बनेगा आत्मनिर्भर। सरकार की मंशा भारत को खिलौना निर्माण में आत्मनिर्भर बनाने की है। इससे लोग जान सकेंगे कि कौन-कौन से खिलौने कहां-कहां बनते हैं।
चित्रकूट, जेएनएन। Indian Toy Fair देश में खिलौना उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर यह इंडियन टॉय फेयर का आयोजन किया गया है। मेले में चित्रकूट के 18 शिल्पकार हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने अपने स्टाल महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय परिसर में लगाए हैं, जिन्हें वर्चुअली देश भर में लगे स्टॉलों की कड़ी में जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री ने शनिवार को चित्रकूट के 18 स्टॉल देखकर शिल्पियों की कला को सराहा। शिल्पकार धीरज नारायण द्विवेदी बताते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने जिले के खिलौना उद्योग को बढ़ाने की बात कही है। सभी विभागों से कहा है कि उद्योगों को बढ़ाने के लिए क्लस्टरों को मजबूती दें। जिला उद्योग प्रबंधक एसके केसरवानी ने बताया कि मेला भारत सरकार के टेक्सटाइल्स विभाग की ओर से लगाया गया है। सरकार की मंशा भारत को खिलौना निर्माण में आत्मनिर्भर बनाने की है। इससे लोग जान सकेंगे कि कौन-कौन से खिलौने कहां-कहां बनते हैं।
इन्होंने लगाए स्टॉल
पुनीत कुमार, अजय कुमार, बलराम राजपूत, धीरज नारायण द्विवेदी, संजय ङ्क्षसह, रंजीत, विजय कुमार, शुभम, चंद्रभवन, जितेंद्र, रोहित नारायण, जय प्रकाश, गोपाल, पारस गुप्ता, सुशील कुमार, चंदन केसरवानी, राकेश, पप्पू और अजय कुमार।