Etawah Train Accident: डीएफसी ट्रैक बहाल करने में जुटे 250 कर्मचारी, हादसे की वजह पर अफसरों ने साधा मौन
Etawah Train Accident सोमवार शाम छह बजे डीएफसी डाउन ट्रैक पर इटावा से 25 किमी दूर जसवंतनगर और बलरई रेलवे स्टेशन के बीच भारद्वाजपुरा गांव के पास खुर्जा से कानपुर जा रही मालगाड़ी जेएसएलएस के 17 ओपन वैगन पटरी से उतर गए थे।
इटावा, जेएनएन। मालगाड़ी दुर्घटना के बाद बंद हुआ डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर (डीएफसी) मंगलवार रात तक चालू नहीं हो पाया। करीब 30 घंटे से अप और डाउन ट्रैक पर मालगाडिय़ों का संचालन पूरी तरह ठप है। फिलहाल वैकल्पिक तौर पर दिल्ली-हावड़ा ट्रैक से ही मालगाडिय़ां गुजारी जा रही हैैं, इसकी वजह से यात्री ट्रेन प्रभावित हो रही हैैं। फिलहाल कानपुर, टूंडला व दिल्ली से आए 250 कर्मचारी क्रेनों की मदद से क्षतिग्रस्त वैगन हटाने के साथ टूटे पांच विद्युत पोल बदल रहे हैैं।
बीते सोमवार शाम छह बजे डीएफसी डाउन ट्रैक पर इटावा से 25 किमी दूर जसवंतनगर और बलरई रेलवे स्टेशन के बीच भारद्वाजपुरा गांव के पास खुर्जा से कानपुर जा रही मालगाड़ी जेएसएलएस के 17 ओपन वैगन पटरी से उतर गए थे। खंभा नंबर 651/23 से लेकर 651/52 के बीच हुए हादसे में आठ वैगन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे जबकि नौ पलट गए थे। इसके साथ ही करीब आधा किमी तक पटरी उखड़ गई थी। अब तक किसी ने हादसे की वजह नहीं बताई है लेकिन ग्रामीणों और विभागीय सूत्रों का कहना है कि वैगन पर लदा गार्डर गिरने और पहिया उस पर चढऩे के बाद मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई और दो हिस्सों में बंट गई। वैगन आपस में टकराते गए और पलट गए। एहतियातन अप ट्रैक को भी बंद कर दिया गया था। सोमवार देर रात डीएफसी टीम पहुंची थी लेकिन राहत कार्य शुरू नहीं हो पाया था।
मंगलवार सुबह डीएफसी प्रयागराज मंडल के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अजय कुमार, टाटा व एमटीएस कंपनियों के अभियंता व अधिकारी भी राहत दल के साथ मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कराया। सबसे पहले पटरी से उतरे वैगन हटाए गए। इसके बाद मलबा साफ कराया गया। बेपटरी हुए वैगन को पटरी पर रखा गया। क्षतिग्रस्त पटरियों की मरम्मत का कार्य रात तक जारी था।
इधर, रेल प्रशासन ने तात्कालिक तौर पर मालगाडिय़ों को टूंडला से कानपुर के बीच दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर परिचालन शुरू करा दिया है। रेलवे स्टेशन अधीक्षक पीएम मीना ने बताया कि बीते 24 घंटों में करीब दो दर्जन मालगाडिय़ों का परिचालन बढ़ा है। जल्द ही डीएफसी का ट्रैक सही हो जाएगा, उसके बाद फिर मालगाडिय़ों का उसी ट्रैक पर चलाया जाएगा।
बारिश बनी बाधा: मलबा हटाने के दौरान मंगलवार शाम बारिश शुरू हो गई। इसकी वजह से काम रुक गया। देर शाम तक काम शुरू नहीं हो पाया था।
हादसे की वजह पर खामोशी: डीएफसी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अजय कुमार ने घटना के कारण और ट्रैक की गुणवत्ता के सवाल पर कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया। उनका कहना था कि प्राथमिकता ट्रैक चालू करना है। घटना के कारणों की जांच बाद में होगी। ट्रैक गुणवत्ता पर टेक्निकल टीम की रिपोर्ट से असलियत पता चलेगी। ट्रैक देर रात तक चालू होने की उम्मीद है।