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इस दीपावली होगा भारतीय डिजायन का जलवा, बाजार में नहीं इटली, टर्की, सिंगापुर, थाईलैंड की ज्वैलरी

इस वर्ष त्योहार-सहालग में बंगाल राजस्थान दक्षिण भारतीय और महाराष्ट्र की डिजायन कानपुर की सराफा दुकानों में दिखाई देंगी कोराना संक्रमण के चलते इंटरनेशनल फ्लाइट बंद रहने के कारण बाजार में विदेशी डिजाइंड ज्वैलरी नहीं आ सकी है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sat, 03 Oct 2020 09:17 AM (IST)Updated: Sat, 03 Oct 2020 09:17 AM (IST)
इस दीपावली होगा भारतीय डिजायन का जलवा, बाजार में नहीं इटली, टर्की, सिंगापुर, थाईलैंड की ज्वैलरी
त्योहार के सराफा बाजार में ज्वैलरी की तैयारी कर ली गई है।

कानपुर, [राजीव सक्सेना]। अगले पखवाड़े से नवरात्र शुरू हो रहे हैं और दीपावली भी करीब है। सहालग का दौर भी आने वाला है। इसको लेकर उत्साहित सराफा बाजार में तैयारियां तेज हैं। इस बार बाजार में भारतीय कारीगरों के हाथों से बनी ज्वैलरी का जलवा दिखेगा। दरअसल इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू न होने से इस बार इटली, टर्की, सिंगापुर, थाईलैंड की ज्वैलरी नहीं आ पाई हैं, इसलिए वहां की लाइटवेट डिजाइन की ज्वैलरी यहीं तैयार की जा रही हैं। साथ ही बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र व दक्षिण भारतीय कलात्मकता वाली लाइटवेट ज्वैलरी भी खूब दिखेगी। सोने की बढ़ती कीमत से ग्राहकों का बजट प्रभावित न हो, इसलिए लाइटवेट ज्वैलरी पर खासा फोकस है। 

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फ्यूजन पर खासा ध्यान

लाइटवेट के साथ डायमंड और बीड्स का फ्यूजन भी दीपावली पर दिखेगा। इसमें हीरा, माणिक, पन्ना, मोती और अन्य बीड्स एक ही जेवर में इस्तेमाल किए जाते हैं। इससे इनकी सुंदरता बढ़ जाती है।

पोल्की व टेंपल ज्वैलरी

एक ओर राजस्थान की जड़ाऊ ज्वैलरी तैयार कराई जा रही है। वहीं पोल्की और दक्षिण भारतीय टेंपल ज्वैलरी भी विशेष रूप से मंगवाई जा रही है।

मेक इन इंडिया सबसे पहले

इस बार मेक इन इंडिया को पूरी तरह लागू किया गया है। दुकानदार मानते हैं कि बाहर की ज्वैलरी दिखाते ही ग्राहक समझ जाएंगे कि यह पिछले वर्ष का कलेक्शन है और लोग त्योहार-शादी में कुछ नया खरीदना चाहते हैं। इसीलिए जो डिजाइन बाहर से आती थीं, उन्हें यहीं बनवाया जा रहा है।

तैयार करा रहे 30 से 70 ग्र्राम के सेट

लॉकडाउन से एक दिन पहले 21 मार्च को शहर में सोने के भाव 42,300 रुपये प्रति 10 ग्राम थे। चांदी 38,500 रुपये प्रतिकिलो थी। अब एक अक्टूबर को सोना 51,000 रुपये और चांदी 59,800 रुपये थी। कारोबारियों का आकलन है कि पहले जो ग्राहक 100 ग्राम सोने के जेवर खरीदना चाहते थे, उनका बजट 70 ग्राम पर आ गया है इसीलिए ज्यादातर सेट 30 से 70 ग्राम के बीच तैयार कराए जा रहे हैं।

  • मार्च से कोरोना के कारण बाजार में खरीदार कम हैं। अब त्योहार और सहालग दोनों हैं, इसलिए अच्छी बिक्री की उम्मीद है। ग्राहक अपने पैसे के हिसाब से अच्छी डिजाइन, लाइटवेट, क्वालिटी देखता है जिसकी तैयारी है। सोना 57,900 से 51,000 पर आ गया है, इसका असर रहेगा साथ ही अच्छी फसल का भी लाभ मिलेगा। -महेशचंद्र जैन, प्रदेश अध्यक्ष, यूपी सराफा एसोसिएशन

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