Facebook पर रोहित की जुबानी जानें गायकी के गुर, क्यों जरूरी क्लासिकल संगीत
मशहूर गायक रोहित राउत ने दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव पर प्रशंसकों से रू-ब-रू होकर बताए गायकी के गुर।
कानपुर, जेएनएन। इंडियन आइडल फेम गायक रोहित राऊत ने संगीत की दुनिया में मुकाम बनाने के लिए बहुत संघर्ष किए। दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव के माध्यम से प्रशंसकों के सामने उन्होंने गायकी के लिए गुर बताए और क्लासिकल संगीत को जरूरी बताया। उनकी मानें तो उभरते हुए गायकों को पुराने गीतों अभ्यास से शुरू करना चाहिए।
रोहित का मानना है कि पुराने गीत सदाबहार है और उनके स्वर व संगीत कुछ न कुछ सिखाता है। उन गीतों से सुर-ताल काे स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है। अपने संघर्ष के बारे में बताया कि लातूर से सफर की शुरुआत पांच वर्ष की उम्र में की थी और मराठी फिल्मों में गीत गाकर कदम बढ़ाए। वह कहते हैं कि संगीत के क्षेत्र में पहचान हासिल करने के लिए क्लासिकल संगीत का ज्ञान होना बेहद जरूरी है। संगीत की बुनियाद ही क्लासिक संगीत होता है। जिस तरह बिना एबीसीडी के अंग्रेजी का ज्ञान नहीं आ सकता उसी प्रकार क्लासिकल संगीत के बिना कोई गायकी नहीं कर सकता है।
फेसबुक लाइव में रोहित जैसे ही प्रशंसकों से रूबरू हुए प्रश्नों की कतार लग गई। हर कोई पसंदीदा गाने की फरमाइश करने लगा। फरमाइश की शुरुआत प्रशंसक दीप्ति की किशोर दा के गाने से की और दिलवर मेरे कब-तक मुझे... गाकर खूब वाहवाही लूटी। रोहित ने नवोदित गायकों को ऑनलाइन इंडियन आइडल में प्रतिभाग करने की सलाह दी। कहा, यह वो मंच है जो फर्श से अर्श का सफर तय कराता है। हैदर के प्रश्न पर रोहित ने बेहतर सिंगर बनने के लिए निरंतर अभ्यास को प्रमुख बताया। प्रशंसक मंयक के कोरोना वारियर्स को समर्पित गीत गाने की फरमाइश पर ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी... गाकर सबको भावुक किया। राेहित ने कोरोना से बचाव के लिए नियमों का पालन करने की सलाह दी।