Cyber Crime: IIT Kanpur के बाद अब NSI में लगाई सेंध, निदेशक को निशाना बनाने की कोशिश
भारत के एकमात्र राष्ट्रीय शर्करा संस्थान निदेशक के नाम से फर्जी ई-मेल बनाकर स्टाफ को मैसेज भेजे जा रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) कानपुर के निदेशक के बाद साइबर अपराधियों ने अब भारत के एकमात्र राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (एनएसआइ) के निदेशक को निशाना बनाने की कोशिश की। उनकी फर्जी ई-मेल आइडी बनाकर उसके जरिए आधा दर्जन से अधिक स्टाफ से 50 हजार रुपये के ई-गिफ्ट कार्ड मांगे। निदेशक की शिकायत पर कल्याणपुर पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर जांच में जुटी है।
पहले आइआइटी निदेशक और प्रोफेसर बने निशाना
शनिवार को आइआइटी निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने आइटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया था। एफआइआर के मुताबिक उन्हें अपने फर्जी फेसबुक अकाउंट होने और मैसेंजर के माध्यम से परिचितों से रकम मांगे जाने की जानकारी मिली थी। यह भी पता चला कि संस्थान के टेक्नोपार्क के इंचार्ज प्रो. अविनाश अग्रवाल, दिव्यांग सेल प्रभारी प्रो. अनुभा गोयल, कंप्यूटर साइंस के प्रो. अजय जैन समेत अन्य प्रोफेसरों की भी फर्जी ईमेल आइडी बनाकर उससे मैसेज भेजे गए हैं।
एनएसआई निदेशक की फर्जी ई मेल से मैसेज
साइबर अपराधियों ने एनएसआई के निदेशक के नाम का फर्जी ई-मेल आइडी बनाकर स्टॉफ के लोगों को मैसेज भेजा है। जूनियर साइंटिफिक अफसर डॉ. लोकेश बाबर के पास संस्थान के निदेशक प्रो. नरेंद्र मोहन अग्रवाल की फर्जी ईमेल आई। इसमें लिखा कि वह दोस्त की देखभाल के लिए अस्पताल में हैं, उन्हें 50 हजार रुपये के ई-गिफ्ट कार्ड की जरूरत है। कार्ड उनकी मेल आइडी पर भेज दें।
डॉ. बाबर ने इसका जवाब नहीं दिया। शुक्रवार को सीनियर अकाउंटेंट राजीव कुमार, सीनियर टेक्निकल असिस्टेंट आशीष कुमार व जूनियर टेक्निकल असिस्टेंट डॉ. सुधांशु मोहन के पास भी ऐसे ही मैसेज आए। एनएसआई निदेशक प्रो. नरेंद्र मोहन अग्रवाल ने बताया कि फर्जी ईमेल भेजकर स्टॉफ से धोखाधड़ी की कोशिश की गई है। पूरे संस्थान में अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्टाफ को चौकन्ना रहने के निर्देश दिए गए हैं।
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