कानपुर को Thank You ! अब मुंबई में Welcome, सेल्फी संग सुनहरी यादें लेकर विदा हुए भारतीय और कीवी खिलाड़ी
मुंबई टेस्ट मैच के लिए विशेष विमान से भारत व न्यूजीलैंड की टीमें कानपुर से रवाना हो गईं। होटल में विदाई के समय जहां रामधुन बजाई गई वहीं क्वारंटाइन स्टाफ ने उनका अभिनंदन किया। वानखेड़े स्टेडियम में टेस्ट मैच को लेकर दोनों टीमों ने होटल में रणनीति बनाई है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। धन्यवाद कानपुर... अब मुंबई में मिलेंगे। ग्रीनपार्क स्टेडियम में रोमांचक टेस्ट मैच के बाद मंगलवार को भारत और न्यूजीलैंड की टीमें मुंबई के लिए रवाना हो गईं। वहां वानखेड़े स्टेडियम में टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला तीन दिसंबर से शुरू होना है। बायो-बबल घेरे के बीच दोनों टीमों के खिलाडिय़ों को विशेष बस से चकेरी एयरपोर्ट पहुंचाया गया। वहां से विशेष विमान से दोनों टीमों और कमेंट्रेटर ने उड़ान भरी। उधर, लैंडमार्क होटल में विदाई के समय भारतीय संस्कृति के मुताबिक रामधुन बजाकर खिलाडिय़ों को विदा किया गया। होटल में खिलाडिय़ों की सेवा में रहे क्वारंटाइन स्टाफ ने उनका हाथ जोड़कर अभिनंदन किया।
ग्रीनपार्क स्टेडियम में 25 से 29 नवंबर के बीच हुए रोमांचक टेस्ट मुकाबले में भारत और न्यूजीलैंड की टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि, पहला टेस्ट मैच ड्रा रहा। मंगलवार को उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) के वेन्यू डायरेक्टर डा. संजय कपूर ने पहले न्यूजीलैंड व उसके बाद भारतीय टीम को विदा किया। शहर से जाते समय खिलाडिय़ों का शहरवासियों ने भी अभिनंदन किया। भारतीय टीम के ज्यादातर खिलाडिय़ों ने हाथ हिलाकर उनका अभिनंदन स्वीकार किया। वहीं, कीवी टीम ने होटल के बाहर मौजूद क्रिकेट प्रेमियों संग लाबी में खड़े होकर सेल्फी ली। शहर से जाते समय कीवी टीम के बल्लेबाज रास टेलर और गेंदबाज टिम साउथी ने वीडियोग्राफी कर यादों को संजोया। कोरोना संक्रमण के चलते बायो-बबल घेरे में रहने से पहली बार होटल में खिलाडिय़ों के लिए कोई आयोजन नहीं किया जा सका। उधर, भारत और न्यूजीलैंड की टीमों ने मंगलवार को होटल में बैठक कर मुंबई टेस्ट मैच के लिए रणनीति भी बनाई।
क्वारंटाइन स्टाफ को खिलाडिय़ों ने दिया धन्यवाद
होटल में भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ी 19 नवंबर को ही आ गए थे। 22 नवंबर को न्यूजीलैंड समेत बाकी खिलाड़ी भी आए थे। उनकी सेवा के लिए होटल प्रबंधन ने लगभग 50 की संख्या में स्टाफ को क्वारंटाइन कर दिया था। इस दौरान क्वारंटाइन स्टाफ ने किसी से मुलाकात नहीं की। वे सिर्फ टीमों के खिलाडिय़ों को सेवाएं देने में लगे रहे। लगभग 15 दिन के बाद शेफ व क्वारंटाइन स्टाफ ने लाबी में खड़े होकर टीम का अभिनंदन किया। भारत और कीवी टीम के खिलाडिय़ों ने भी उनके कार्य की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया। शहर से जाते समय कई खिलाडिय़ों ने बैट व स्वहस्ताक्षरित बाल यूपीसीए को सौंपी।