कानपुर में एकतरफा प्रेम में दारोगा के भांजे ने खुद को गोली मारी, घायल
पुलिस के मुताबिक आशुतोष के मामा प्रेमचंद्र वर्मा कुछ वर्ष पहले शिवराजपुर थाने में उपनिरीक्षक पद पर तैनात थे। प्रेमचंद्र का कस्बा की एक चाय दुकान पर बैठना होता था।
कानपुर (जेएनएन)। शिवराजपुर के तैनात रहे दारोगा के भांजे ने एकतरफा प्रेम में युवती द्वारा शादी का प्रस्ताव ठुकराये जाने पर खुद को गोली मार ली। पुलिस ने तमंचा बरामद कर उसे गंभीर हालत में एलएलआर अस्पताल हैलट कानपुर में भर्ती कराया है। सीतापुर जिले के सिधौली कस्बा वार्ड नंबर छह निवासी रमेश वर्मा के पुत्र आशुतोष का शिवराजपुर के वार्ड नंबर एक में रहने वाले चाय दुकानदार के घर आना जाना था। शुक्रवार की दोपहर करीब चार बजे शिवराजपुर पहुंचे आशुतोष ने दुकानदार के घर के पास खुद को तमंचे से गोली मार ली।
पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आशुतोष के पास से तमंचा, कारतूस व तीन पैकेट चूहे मारने वाली गोली बरामद की और उसे सीएचसी भेजा। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने एलएलआर अस्पताल कानपुर रेफर कर दिया। पुलिस के मुताबिक आशुतोष के मामा प्रेमचंद्र वर्मा कुछ वर्ष पहले शिवराजपुर थाने में उपनिरीक्षक पद पर तैनात थे। प्रेमचंद्र का कस्बा की एक चाय दुकान पर बैठना होता था।
मामा से मिलने जाने पर आशुतोष भी दुकानदार के घर आने जाने लगा। आशुतोष ने एकतरफा प्रेम के चलते दुकानदार की पुत्री से शादी का प्रस्ताव रखा। शादी का प्रस्ताव ठुकराए जाने पर शुक्रवार को चाय दुकानदार के घर के पास ही आशुतोष ने तमंचा पेट में सटा कर गोली मार ली। शिवराजपुर एसओ चंद्र देव यादव ने बताया कि आशुतोष का उपचार कराया जा रहा है, उसके खिलाफ आत्महत्या का प्रयास के मामले में कार्रवाई होगी।
सुसाइड नोट भी मिला
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को लहूलुहान पड़े आशुतोष की जेब से सुसाइड नोट मिला है। इसमे उसने युवती के पिता पर आरोप लगाया और आखिरी फैसला का दिन बता 70 बार शिवराजपुर आने का जिक्र किया है।