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मेडिकल कालेज में सिर घुटा और झुका कर छात्र, दो चोटी करके आईं नवागत छात्राएं

मेडिकल कालेज में सीनियरों ने रखी थी फ्रेशर पार्टी। प्राचार्य एवं फैकल्टी की मौजूदगी में नवागत छात्र-छात्राओं का इस अंदाज में स्वागत किया।

By AbhishekEdited By: Published: Wed, 17 Oct 2018 09:30 PM (IST)Updated: Thu, 18 Oct 2018 11:01 AM (IST)
मेडिकल कालेज में सिर घुटा और झुका कर छात्र, दो चोटी करके आईं नवागत छात्राएं
मेडिकल कालेज में सिर घुटा और झुका कर छात्र, दो चोटी करके आईं नवागत छात्राएं

कानपुर (जागरण संवाददाता)। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में बुधवार को नए छात्र घुटा सिर, झुका सिर और हाथ पीछे करके लाइन में आडिटोरियम तक पहुंचे। कमोवेश इसी तरह छात्राएं भी दो चोटियां करके लाइन में ही आईं। मौका था सीनियरों की तरफ से आयोजित फ्रेशर पार्टी का। सीनियरों ने प्राचार्य एवं फैकल्टी की मौजूदगी में नए छात्र-छात्राओं का इस अंदाज में स्वागत किया। फिलहाल इस बात पर कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है कि वे अपनी मर्जी से इस तरह आए या फिर उन्हें पहले से ऐसे आने को कहा गया था।

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जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के आडिटोरियम में पैरा एल-2 बैच के छात्रों ने नव आगंतुक जूनियर बैच एम-2 के स्वागत के लिए फ्रेशर पार्टी का आयोजन किया। इसमें बीएच-5 हॉस्टल से नए मेडिकल छात्र अपने सीनियरों के देखरेख में सिर घुटाए, सिर झुकाकर और अपने हाथ पीछे किए हुए लाइन में आडिटोरियम तक आए।

इसी तरह यूजी गल्र्स हॉस्टल से नवागत छात्राएं भी दो चोटियां किए थीं और आगे की तरफ कर रखी थी। सिर झुकाए हुए लाइन में आडिटोरियम तक आईं। बताया गया कि फ्रेशर पाटी में नए छात्र-छात्राओं के लिए यह ड्रेस कोड रखा गया था। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. आरती दवे लालचंदानी ने पौधरोपण कर किया। इसके बाद रंगारंग कार्यक्रम शुरू हुए। इस दौरान जमकर हुड़दंग होता रहा।

अलग बिठाए गए नवागत छात्र-छात्राएं

आडिटोरियम में 190 नवागत छात्र-छात्राओं को अलग बिठाया गया और आसपास 10-12 सीनियर छात्र खड़े रहे। कार्यक्रमों की प्रस्तुति के दौरान छात्र-छात्राएं अपने सीनियरों के इशारे पर कभी तालियां बजाते तो कभी सीटियां बजाते तो कभी अचानक चुप हो जाते। जूनियर छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम पेश किए। कार्यक्रम में प्रॉक्टर डॉ. जीडी यादव, छात्र संभाग की डॉ. सीमा निगम, मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. रिचा गिरि, आर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष डॉ. संजय कुमार, मनोरोग के विभागाध्यक्ष डॉ. धनंजय चौधरी, डॉ. प्रेम सिंह, डॉ. जीसी उपाध्याय, न्यूरो सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. मनीष सिंह, डॉ. प्रशांत त्रिपाठी, डॉ. कुनाल सहाय, डॉ. विकास मिश्रा थे।

पीछे बुलाकर लेते रहे इंट्रोडक्शन

सीनियर छात्र-छात्राएं अपने जूनियरों को 8-10 के ग्रुप में बारी-बारी से आडिटोरियम के पीछ बुलाकर इंट्रोडक्शन लेते रहे। सीनियर छात्राओं और जूनियर छात्राओं को फूल भी दिलाए और दूसरी एक्टिविटी भी कराईं।

प्रॉक्टर-वार्डन को करना पड़ा हस्तक्षेप

सीनियर छात्रों के हुड़दंग के दौरान कई बार पीछे जाकर प्रॉक्टर एवं हॉस्टलों के वार्डनों को भी हस्तक्षेप करना पड़ा। तीन बार जूनियरों को पीछे से लेकर आडिटोरियम में बैठाया। बावजूद इसके सीनियर मानने को तैयार नहीं हुए।

प्राचार्य का कहना है

जीएसवीएम मेडिकल कालेज की प्राचार्य डॉ. आरती दवे लालचंदानी ने कहा कि लड़कों का बाल छोटा कराना और लड़कियां को चोटी बनाना ड्रेस कोड है। इस दौरान सीनियरों ने जूनियर छात्रों को परेशान नहीं किया है। फ्रेशर पार्टी के दौरान सीनियर फैकल्टी को लगाया था, ताकि कोई भी सीनियर नए छात्र-छात्राओं को परेशान न कर सके। अगर कोई परेशान करता है तो अपने प्रॉक्टर, वार्डन एवं मुझसे शिकायत कर सकता है।


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