आपर्ति विभाग में एक महीने के अंदर हुआ 63 लाख का घोटाला
कोटेदारों ने 92सौ राशनकार्डों का दुरुपयोग कर खेल किया। दुकानों के ब्योरे की जांच में पुलिस ने खुलासा किया।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। शहर के 42 कोटेदार जुलाई में करीब 63 लाख रुपये का राशन हड़प गए थे। शुक्रवार को आपूर्ति विभाग ने पुलिस को दुकानों का ब्योरा सौंपा तब इसका खुलासा हुआ। अब आशंका जताई जा रही है कि आधार कार्ड से राशन वितरण की शुरुआत होने के बाद कई बार यह खेल हुआ होगा।
अगस्त में नेशनल इनफार्मेशन सेंटर (एनआइसी) की जांच में खाद्यान्न घोटाला सामने आया था। सितंबर में शासन के निर्देश पर कोतवाली में शहर के 42 कोटेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस ने इन सभी कोटेदारों द्वारा की गई अनियमितता के बाबत जानकारी मांगी थी। शुक्रवार को आपूर्ति विभाग ने यह डाटा उपलब्ध कराया।
इसमें पता चला कि जुलाई में कोटेदारों ने करीब 9200 राशनकार्डों का गलत इस्तेमाल कर गेहूं व चावल का दुरुपयोग किया। इसकी कीमत करीब 63 लाख रुपये आंकी गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अगर पिछले महीनों में वितरित हुए खाद्यान्न की भी जांच कराई जाए तो घोटाले की रकम इससे कहीं ज्यादा हो सकती है।
गिरफ्तारी को अब तक नहीं मिली अनुमति
पुलिस ने जांच में पुख्ता सबूत मिलने के बाद छह पूर्ति निरीक्षकों के खिलाफ गिरफ्तारी की अनुमति मांगी थी लेकिन आपूर्ति विभाग की ओर से अब तक यह अनुमति नहीं दी गई है। लिहाजा अब जिला प्रशासन को पत्र भेजा जाएगा। सीओ अजय कुमार ने बताया कि प्रशासन के जरिए खाद्य आयुक्त को सूचना दी जाएगी।