शहीदों के परिजन बोले, आतंकी को सम्मानीय शब्द नहीं बीच चौराहे मिले फांसी
आतंकी सरगना को अजहर जी से संबोधित करने पर शहीद की पत्नी की मां कुसमा देवी ने घोर निंदा की।
By AbhishekEdited By: Published: Tue, 12 Mar 2019 06:21 PM (IST)Updated: Tue, 12 Mar 2019 06:21 PM (IST)
कानपुर, जेएनएन। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा अपने संबोधन में आतंकी अजहर मसूद को सम्मान देने पर चारों ओर निंदा हो रही है और लोगों में रोष भी है। पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिजनों में कांग्रेस अध्यक्ष के संबोधन को लेकर रोष है और बयान की निंदा की है। उनका कहना है कि ऐसे आतंकी को सम्मानीय शब्द नहीं बल्कि बीच चौराहे फांसी मिलनी चाहिये।
पुलवामा में हुए आतंकी हमले में जवान रामवकील शहीद हो गए थे। मूल रूप से मैनपुरी निवासी रामवकील का परिवार इटावा में रहता है। गोरखपुर व देवरिया में कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी के आतंकी सरगना को अजहर मसूद को अजहर जी से संबोधित करने पर शहीद रामवकील की पत्नी गीता देवी की मां कुसमा देवी ने घोर निंदा की। इटावा के अशोक नगर स्थित आवास पर बातचीत में कुसमा देवी ने कहा कि अजहर मसूद के लिए सम्मानीय शब्द का इस्तेमाल कतई नहीं होना चाहिए। जिस आतंकवादी के कारण हमारे देश के जवान शहीद हो गए, उसके लिए जो सम्मान के बोल बोले जा रहे हैं वह गलत हैं। ऐसे आतंकवादी को सम्मान कतई नहीं मिलना चाहिए बल्कि बीच चौराहे पर फांसी की सजा दी जानी चाहिए।
कानपुर देहात के डेरापुर तहसील अंतर्गत रैगवां निवासी शहीद श्यामबाबू के पिता रामप्रसाद ने राहुल गांधी की बयान पर नाराजगी जताई। हालांकि उन्होंने राजनीति पर कुछ बोलने से मना कर दिया। यह जरूर कहा कि आतंकवाद को सम्मान नहीं बल्कि उसे खत्म कर देना चाहिए, आतंकवादियों को चुन-चुन कर मारा जाए। आज हमारा बेटा जिस तरह शहीद हुआ, ऐसी किसी और पर मुसीबत न आए। आतंवादियों को जड़ से समाप्त कर देना चाहिए।
पुलवामा में हुए आतंकी हमले में जवान रामवकील शहीद हो गए थे। मूल रूप से मैनपुरी निवासी रामवकील का परिवार इटावा में रहता है। गोरखपुर व देवरिया में कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी के आतंकी सरगना को अजहर मसूद को अजहर जी से संबोधित करने पर शहीद रामवकील की पत्नी गीता देवी की मां कुसमा देवी ने घोर निंदा की। इटावा के अशोक नगर स्थित आवास पर बातचीत में कुसमा देवी ने कहा कि अजहर मसूद के लिए सम्मानीय शब्द का इस्तेमाल कतई नहीं होना चाहिए। जिस आतंकवादी के कारण हमारे देश के जवान शहीद हो गए, उसके लिए जो सम्मान के बोल बोले जा रहे हैं वह गलत हैं। ऐसे आतंकवादी को सम्मान कतई नहीं मिलना चाहिए बल्कि बीच चौराहे पर फांसी की सजा दी जानी चाहिए।
कानपुर देहात के डेरापुर तहसील अंतर्गत रैगवां निवासी शहीद श्यामबाबू के पिता रामप्रसाद ने राहुल गांधी की बयान पर नाराजगी जताई। हालांकि उन्होंने राजनीति पर कुछ बोलने से मना कर दिया। यह जरूर कहा कि आतंकवाद को सम्मान नहीं बल्कि उसे खत्म कर देना चाहिए, आतंकवादियों को चुन-चुन कर मारा जाए। आज हमारा बेटा जिस तरह शहीद हुआ, ऐसी किसी और पर मुसीबत न आए। आतंवादियों को जड़ से समाप्त कर देना चाहिए।
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