बिकरू मामले में इनामी उमाशंकर ने पुलिस को चकमा देते हुए न्यायालय पहुंचकर किया आत्मसमर्पण
उमाशंकर कुख्यात विकास का विश्वस्त सहयोगी था और उसके फोन करने पर वह बिकरू गांव घटना के दिन पहुंचा था विशेष न्यायाधीश राम किशोर ने उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया मामले को लेकर अगली तारीख 27 अक्टूबर नियत की गई
कानपुर देहात, जेएनएन। बिकरू गांव में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी उमाशंकर यादव ने पुलिस को चकमा देते हुए बुधवार को विशेष न्यायाधीश दस्यु प्रभावित कोर्ट में सरेंडर कर दिया। न्यायालय ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में दो जुलाई को विकास दुबे व उसके गैंग से जुड़े लोगों ने पुलिस टीम पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। घटना में आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे।
मामले में विकास सहित अन्य आरोपितों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। जबकि फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए शासन के निर्देश पर पुलिस की विशेष टीमें लगाई गई थी। वहीं, बुधवार को तिश्ता निवादा निवासी उमाशंकर यादव ने दस्यु प्रभावित कोर्ट में सरेंडर कर दिया, जहां से विशेष न्यायाधीश राम किशोर ने उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। सहायक शासकीय अधिवक्ता प्रशांत मिश्रा ने बताया कि आरोपित को न्यायालय ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है। उमाशंकर कुख्यात विकास का विश्वस्त सहयोगी था और उसके फोन करने पर वह बिकरू गांव घटना के दिन पहुंचा था। इसके पूर्व में हीरू, शिवम दुबे, विष्णुपाल सहित अन्य आरोपित पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं।
न्यायालय ने 27 अक्टूबर नियत की अगली तारीख
बिकरू मामले को लेकर दस्यु प्रभावित कोर्ट से 14 अक्टूबर की तिथि पूर्व में नियत की गई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए एहतियात के तौर पर अभियुक्तों को न्यायालय में पेश नहीं किया गया। विशेष न्यायाधीश दस्यु प्रभावित कोर्ट राम किशोर ने मामले को लेकर अगली तारीख 27 अक्टूबर नियत की है।