Move to Jagran APP

नवीन मार्केट में 35 करोड़ रुपये के सौंदर्य पर अवैध कब्जों का धब्बा

नवीन मार्केट कुछ वर्ष पहले ऐसा हो गया था कि वहां ग्राहकों ने आना तक छोड़ दिया था।अवैध कब्जेदार इतनी तेज से बढ़ रहे हैं कि पूरे बाजार में करीब सवा सौ अवैध दुकानें हो चुकी हैं।

By Edited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 01:46 AM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 10:47 AM (IST)
नवीन मार्केट में 35 करोड़ रुपये के सौंदर्य पर अवैध कब्जों का धब्बा
नवीन मार्केट में 35 करोड़ रुपये के सौंदर्य पर अवैध कब्जों का धब्बा
जागरण संवाददाता, कानपुर : 35 करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी नवीन मार्केट के सौंदर्य पर अवैध कब्जे धब्बा बने हुए हैं। ग्राहकों को इस बाजार में आकर कुछ अलग और अच्छा अहसास हो, इसके लिए प्रदेश सरकार ने नवीन मार्केट का सौंदर्यीकरण शुरू किया था, लेकिन फुटपाथों पर कब्जे, गलियों में दुकानों से बढ़ाकर फैलाए गए सामान ग्राहकों को चलने तक नहीं देते।
नवीन मार्केट कुछ वर्ष पहले ऐसा हो गया था कि वहां ग्राहकों ने आना तक छोड़ दिया था। पूरी सड़क पर कब्जों और वाहनों के खड़े रहने की वजह से कारोबार घटता जा रहा था। उस समय इस बाजार को नया रूप देने की तैयारी शुरू हुई। सभी दुकानों को एकरूपता देने का प्रयास शुरू हुआ।
खुले-खुले कॉरीडोर दिखें, माल दुकान के दरवाजे के बाहर न हो, इस सोच के साथ जब सौंदर्यीकरण का काम शुरू हुआ तो खूबसूरत ग्रेनाइट, टाइल्स लगाए गए। इस्तांबुल से फैंसी पोल आए। लोगों के बीच में बैठने की व्यवस्था हुई, लेकिन कब्जेदारों की सोच को न तो अधिकारी बदल सके और न ही बाजार के वरिष्ठ पदाधिकारी। चाट के ठेले, पानी के ड्रम, दुकान से आगे निकलकर किए गए कब्जे साफ बता रहे हैं कि 35 करोड़ रुपये पानी में बहा दिए गए। अवैध कब्जेदार इतनी तेज से बढ़ रहे हैं कि पूरे बाजार में 252 वैध दुकानें हैं और करीब सवा सौ अवैध दुकानें हो चुकी हैं।
वैध दुकानदारों का भी बाहर तक कब्जा
बाजार में जो वैध दुकानें हैं, उनके दुकानदार भी दुकान के आगे बढ़कर कब्जा कर रहे हैं। इन दुकानदारों का कहना है कि अवैध कब्जेदार इतने अधिक हो गए हैं कि अगर वे अपनी दुकान के आगे बढ़ाकर सामान नहीं रखेंगे तो दूसरे लोग कब्जा कर लेंगे।
महंगे खंभों पर भी कब्जे
बाजार सुंदर लगे इसलिए बाहर से खंभे लाए गए थे, लेकिन यहां दुकानदारों ने उन्हीं खंभों पर कब्जे कर माल बेचना शुरू कर दिया। जो डस्टबिन लगाए गए थे, उन पर भी माल रखकर बेचा जा रहा है।
दुकानदार कहते हैं
-अतिक्रमण हटाने में रहेगा पूरा सहयोग सभी को बाजार को सुंदर बनाने के लिए सहयोग करना चाहिए। सरकारी मशीनरी ने इतना कुछ किया है, कुछ यहां के दुकानदारों को भी करना चाहिए। - अश्विनी कोहली, अध्यक्ष, दि नवीन मार्केट शॉपकीपर्स एसोसिएशन
-बड़े दुकानदार अपने कब्जे हटाएं तो छोटे कब्जेदार भी हट जाएंगे। मैं भाजपा नेता नहीं हूं। कुछ लोगों ने गलती से मेरे नाम की होर्डिग बाजार में लगाई हैं। - दीपक सविता, अध्यक्ष, नवीन मार्केट व्यापारी एसोसिएशन
-बाजार से अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए। अगर जिला प्रशासन ऐसा कोई कदम उठाता है तो व्यापार संगठन पूरी तरह उसके साथ है। -सरताज अहमद, महामंत्री, दि नवीन मार्केट शॉपकीपर्स एसोसिएशन
-अवैध कब्जों की वजह से ग्राहक स्वतंत्र तरीके से नहीं घूम पाते। कई गलियों में तो ग्राहकों का निकलना तक मुश्किल हो जाता है। - विनय अरोड़ा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, दि नवीन मार्केट शॉपकीपर्स एसोसिएशन
-हटाएंगे अतिक्रमण, वसूलेंगे जुर्माना कई बार अतिक्रमण हटाया गया है। इसे फिर हटाया जाएगा। उनसे जुर्माना वसूला जाएगा। - अतुल कृष्ण सिंह, जोनल प्रभारी, जोन एक, नगर निगम

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.