JNU प्रकरण की आंच आइआइटी तक पहुंची, छात्रों ने नुक्कड़ सभा में हिंसा पर विरोध दर्ज करा अहिंसा पर की बात
सोशल मीडिया पर आइआइटी छात्रों की बैठक और स्लोगन की तख्ती वायरल हो रही है।
कानपुर, जेएनएन। जेएनयू की आंच अब आइआइटी तक भी पहुंच गई और छात्रों में भी विरोध के स्वर फूटने लगे हैं। जेएनयू में हुई घटना को लेकर मंगलवार शाम कुछ छात्रों ने नुक्कड़ सभा करके हिंसा को लेकर विरोध दर्ज कराया। इसके साथ ही जेएनयू में हुई हिंसा की निंदा करते हुए गांधी जी के अहिंसावादी विचारधारा पर बात की। रात में छात्रों के विरोध प्रदर्शन का वीडियो और स्लोगन सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं।
कानपुर आइआइटी में भी जेएनयू हिंसा को लेकर विरोध शुरू हो गया है। यहां पर छात्रों ने भी देश में जारी राजनीतिक सरगर्मी और जेएनयू हिंसा को लेकर अपना विरोध दर्ज कराते हुए रोष जताया है। घटना की निंदा करने के साथ ही स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर कई छात्र मैदान में एकत्र हुए और बैठक में अपनी-अपनी बात रखी। छात्रों ने कहा कि जेएनयू जैसी घटना शैक्षिक संस्थानों की छवि धूमिल हो रही है। वे हिंसा का विरोध करते हैं और किसी मामले में अंहिसा की विचारधारा रखनी चाहिये।
छात्रों की बैठक की तस्वीरें वायरल हुईं तो एक बार फिर सरगर्मियों की हवा तेज हो गई। वहीं आइआइटी प्रशासन ने फिलहाल कुछ नहीं कहा है। लेकिन, छात्रों के इकठ्ठा होकर बैठक करने की पुष्टि हुई है, जिसमें देश के माहौल और जेएनयू पर चर्चा करने, अहिंसा की बात तथा गीत-गजल गाने की बात कही गई है। छात्रों द्वारा किसी तरह के विरोध को लेकर इंकार किया है।
फैज की नज़्म को लेकर भी चर्चा में आइआइटी
बीती 17 दिसबंर को दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया कॉलेज के छात्रों पर हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध को लेकर आइआइटी परिसर में छात्रों ने शांति मार्च निकाला था। इसमें भड़काऊ भाषण दिए जाने और भावनाओं को ठेस पहुंचाए जाने की शिकायत की गई थी। आइआइटी प्रशासन द्वारा गठित कमेटी जांच कर रही है। वहीं इसी मामले में फैज अहमद फैज की एक नज़्म छात्रों द्वारा बोले जाने से मामले ने तूल पकड़ लिया था। इससे कानपुर आइआइटी देश दुनिया में सुर्खियों में आ गया था।
सीएसजेएमयू और सीएसए कृषि विवि में भी प्रदर्शन
छत्रपति शाहूजी महाराज में भी बुधवार को छात्र एकत्र हुए और जेएनयू की घटना पर रोष व्यक्त किया। इसी तरह चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय में भी छात्रों ने अपना विरोध दर्ज कराया। चंद्रशेखर प्रतिमा के पास एकत्र हुए छात्रों ने जेएनयू की घटना की निंदा की। छात्रों ने कहा कि ऐसी घटनाओं से शैक्षिक संस्थानों का माहौल खराब होता है, जिसका असर छात्रों पर पड़ता है। ऐसी घटनाओं में हिंसा नहीं होनी चाहिये।