क्षितिज पर पहुंची आइआइटी की एक और मेधा, पूर्व छात्र अरविंद कृष्णा बने IBM के सीईओ
1985 बैच छात्र रहे अरविंद को मिल चुका है विशिष्ट पूर्व छात्र सम्मान इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से बीटेक के बाद अमेरिका से की पीएचडी।
कानपुर, जेएनएन। आइआइटी की कानपुर की झोली नगीनों से भरी हुई है। हाल ही में पूर्व छात्र व भौतिक विज्ञान के पूर्व प्रो. एचसी वर्मा व भूकंपइंजीनियरिंग के पूर्व प्रो. सुधीर कुमार जैन को पद्मश्री के लिए चुने जाने के बाद पूर्व छात्र अरविंद कृष्णा को अमेरिका की आइटी कंपनी इंटरनेशनल बिजनेस मशीन्स (आइबीएम) ने सीईओ नियुक्त किया है। अरविंद कृष्णा को आइआइटी निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने नवंबर में विशिष्ट पूर्व छात्र सम्मान से नवाजा था।
अभी आइबीएम में क्लाउड एंड कॉग्निटिव सॉफ्टवेयर के है वरिष्ठ उपाध्यक्ष
अरविंद ने 1985 में आइआइटी कानपुर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद 1990 में अमेरिका के अर्बाना-शैम्पेन विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। संस्थान के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने उन्हें आइबीएम का सीईओ नियुक्त किए जाने पर ट्वीट करके बधाई दी है। अभी वह आइबीएम में क्लाउड एंड कॉग्निटिव सॉफ्टवेयर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने वायरलेस नेटवर्किंग, सिक्योरिटी सिस्टम व डाटाबेस के क्षेत्र में कई तकनीक इजाद की हैं। 1991 में आइबीएम के साथ जुडऩे वाले अरविंद कृष्णा वहां की क्लाउड कंप्यूटिंग, सिक्योरिटी, कॉग्निटिव एप्लिकेशन बिजनेस व आइबीएम रिसर्च के लिए आपना दायित्व निभा रहे हैं। वह आइबीएम सिस्टम के तहत टेक्नोलॉजी ग्रुप की डेवलेपमेंट व मैन्यूफैक्चरिंग ऑर्गनाइजेशन के महाप्रबंधक भी रहे हैं। वह छह अप्रैल से सीईओ के पद पर अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन, मशीन लर्निंग व क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी तकनीक पर कई उत्कृष्ट कार्य किये हैं। उन्होंने अब तक की सबसे बड़ी प्रौद्योगिकी प्रक्रिया के तहत 14 हजार कर्मचारियों का नेतृत्व करके इतिहास रचा।
खास बातें
-उनके नाम शोध व तकनीकी से संबंधित 15 पेटेंट हैं
-इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स जर्नल (आइईईई)व एसोसिएशन फॉर कंप्यूटर मशीनरी (एसीएम) रिसर्च जर्नल के संपादक रहे हैं
-वॉल स्ट्रीट जर्नल, ब्लूमबर्ग टीवी, न्यूयॉर्क टाइम्स, फाइनेंशियल टाइम्स, फॉक्स बिजनेस न्यूज, बिजनेस इनसाइडर, एमआइटी टेक्नोलॉजी रिव्यू, टेकक्रंच व फोब्र्स ने उन्हें विशेष स्थान दिया है
-वह आइईईई के वरिष्ठ सदस्य व न्यूयॉर्क हॉल ऑफ साइंस के न्यासी बोर्ड के सदस्य हैं
-सीएनबीसी की प्रौद्योगिकी कार्यकारी परिषद के संस्थापक सदस्य रहे हैं
इनका ये है कहना
संस्थान के पूर्व छात्रों का योगदान अतुलनीय है, उन्हीं में अरविंद कृष्णा भी हैं। उन्होंने आइआइटी का नाम रोशन करने के साथ ही यहां के छात्रों का मार्गदर्शन भी किया है।-प्रो. अभय करंदीकर, आइआइटी निदेशक