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अपना कारोबार शुरू करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए ये खबर बन सकती है मददगार

भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान ने बनाई मिनी दाल मशीन, एक घंटे में एक क्विंटल दाल तैयार करती है।

By AbhishekEdited By: Published: Mon, 11 Feb 2019 06:19 PM (IST)Updated: Mon, 11 Feb 2019 06:19 PM (IST)
अपना कारोबार शुरू करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए ये खबर बन सकती है मददगार
अपना कारोबार शुरू करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए ये खबर बन सकती है मददगार

कानपुर, जेएनएन। गांव या फिर कस्बे में रहते हैं और अपना छोटा कारोबार शुरू करने की सोच रहे हैं तो आप मिनी दाल मिल भी संचालित कर सकते हैं। भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान (आइआइपीआर) ने मिनी दाल मिल (मशीन) बनाई है। इसके जरिये खेतों से फसल की कटाई के बाद घर पर ही छोटे स्तर पर दाल निकाल सकते हैं। ये मशीन खासकर किसानों के लिए तैयार की गई ताकि उन्हें मिल तक की भागदौड़ नहीं करनी पड़े लेकिन यदि कोई गांव में छोटा रोजगार भी शुरू करना चाहता है तो भी ये मददगार हो सकती है। इससे किसानों का मिल तक जाने का भाड़ा बचेगा और कम कीमत पर दाल तैयार हो जाएगी।

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गांव में ही दाल तैयार करने की सुविधा

स्टील डेस्क मैकेनिज्म पर आधारित यह मिनी दाल मिल दो हॉर्स पॉवर की सिंगल फेस मोटर पर चलती है। इसका परीक्षण करने के बाद आइआइपीआर अब इसे गांवों तक पहुंचाने की तैयारी कर रहा है। कानपुर, कानपुर देहात, औरैया, इटावा, फर्रुखाबाद, फतेहपुर व कन्नौज जिले के गांवों में बड़े पैमाने पर दाल की पैदावार होती है। फसल कटाई के बाद गांव में ही दाल तैयार करने की सुविधा किसानों को देने के लिए आइआइपीआर ने यह मशीन बनाई है। इस मिनी दाल मिल से खेतों से काटकर लाई गई दाल को बाजार के लिए तैयार करने की प्रक्रिया के बीच एजेंट से भी किसानों को छुटकारा मिलेगा। यह मशीन एक घंटे में एक क्विंटल दाल तैयार करती है।

किसान स्वयं बन सकेंगे उद्यमी

मिनी दाल मिल की कीमत करीब 90 हजार रुपये रखी गई है। एक घंटे में दो यूनिट बिजली से चलने वाली इस मिल को किसान उद्योग के रूप में भी संचालित कर सकते हैं। मिनी दाल मिल को किराये पर देने के साथ वह स्वयं दाल की पैकिंग के बाद बिक्री कर सकते हैं। दाल मिल व दाल के व्यापार में अपार संभावनाएं हैं। आइआइपीआर के निदेशक प्रो. एनपी सिंह ने बताया कि बड़ी दाल मिलों की जरूरत बड़े स्तर पर दाल तैयार करने में होती है। जहां जरूरत कम दाल को तैयार करने की हो, वहां छोटी मशीन फायदे का सौदा साबित होगी। इसे एक उद्योग के रूप में भी विकसित किया जा सकता है।


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