कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी अस्वस्थ महसूस करें तो टीबी जांच अवश्य कराएं
क्षय रोग और कोरोना के लक्षणों में होती समानताएं कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद टीबी की जांच अनिवार्य सरकार ने जारी किए आदेश इटावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कराई जाएगी टीबी की जांच
इटावा, जेएनएन। यदि आपकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है, फिर भी आप स्वयं को अस्वस्थ महसूस कर रहे हों तो क्षय रोग (टीबी) की जांच भी अवश्य करा लें। सरकार ने इसे अनिवार्य कर दिया है। दरअसल, टीबी और कोरोना संक्रमण के लक्षण एक जैसे होते हैं - सांस फूलना, बुखार, खांसी आना, वजन घटना आदि। लोग टीबी को भूल कर कोरोना की ही जांच करा रहे हैं। रिपोर्ट निगेटिव आने पर निश्चिंत हो जाते हैं, मगर बाद में गंभीर हालत होने पर पता चलता है कि वह टीबी के भी मरीज हैं।
क्षय रोग विभाग अब ऐसे लोगों की भी पहचान करेगा, जिनकी कोरोना जांच की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उनकी सीबीनॉट मशीन पर बलगम की जांच की जाएगी। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एनएस तोमर ने बताया कि विभाग को अब इस तरह के मरीजों की पहचान करने को कहा गया है। जिले के सभी आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 28 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी की जांच कराई जाएगी।
क्षय रोग चिकित्सालय में अब एक्सरे की भी सुविधा
जिला क्षय रोग चिकित्सालय में एक्सरे मशीन उपलब्ध करा दी गई है। मरीजों को अब एक्सरे के लिए जिला अस्पताल पर निर्भर नहीं रहना होगा।
सीबीनॉट मशीन भी उपलब्ध
गंभीर से गंभीर टीबी रोग की जांच के लिए जिला क्षय रोग अस्पताल में सीबीनॉट मशीन की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है।
इनका ये है कहना
टीबी के मरीजों के बलगम की जांच के लिए आधुनिक मशीनें आ गई हैं। अब हर तरह के टीबी के मरीज की जांच करना संभव हो गया है। - डॉ. बीएल संजय, जिला क्षय रोग अधिकारी