सीबीएसई बढ़ा सकता 30 फीसद परीक्षा केंद्र, आइसीएसई बोर्ड की ओर से भी जल्द प्रस्ताव तैयार कर शुरु होगी कवायद
महामारी के चलते मार्च से अक्टूबर में 15 दिनों तक स्कूल बंद रहे। इसके बाद जब स्कूल खुले तो छात्रों ने पढ़ाई को लेकर कोई खास रुचि नहीं दिखाई। बोर्ड के अफसर यह भी सोच रहे हैं कि छात्रों को बुलाने के लिए अभिभावकों की सहमति तो लेनी ही होगी।
कानपुर, जेएनएन। स्कूलों के खुलने संग अब सीबीएसई, यूपी व आइसीएसई बोर्ड ने बोर्ड परीक्षा कराने को लेकर कवायद शुरु कर दी है। सीबीएसई बोर्ड की ओर से तो पिछले सत्रों की अपेक्षा इस सत्र में लगभग 30 फीसद केंद्रों को बढ़ाया जा सकता है, जबकि यूपी व आइसीएसई बोर्ड में परीक्षा केंद्रों के निर्धारण पर अभी मंथन चल रहा है। दरअसल, कोरोना महामारी के चलते मार्च से अक्टूबर में 15 दिनों तक स्कूल बंद रहे। इसके बाद जब स्कूल खुले तो छात्रों ने पढ़ाई को लेकर कोई खास रुचि नहीं दिखाई। अब बोर्ड के अफसर यह भी सोच रहे हैं, कि छात्रों को बुलाने के लिए अभिभावकों की सहमति तो लेनी ही होगी। साथ ही परीक्षा कक्षों में छात्रों के बीच छह-छह फीट की दूरी भी जरूरी होगी। ऐसी स्थिति में बिना परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाए, परीक्षा करा पाना आसान नहीं होगा।
यूपी बोर्ड में शामिल होते हैं, एक लाख से अधिक परीक्षार्थी
यूपी बोर्ड की परीक्षा में हर साल करीबन एक लाख परीक्षार्थी शामिल होते हैं। हालांकि यह आंकड़ा सामान्य परिस्थितियों का है। वहीं केंद्रों की संख्या 150 से 200 के बीच रहती है। अब, जब कोरोना महामारी का असर है तो केंद्रों की संख्या बढ़ाने पर ही राहत की उम्मीद की जा सकती है। वहीं सीबीएसई में करीब 20 हजार और आइसीएसई में लगभग 10 हजार परीक्षार्थी शामिल होते हैं।
इनका ये है कहना
केंद्र निर्धारण को लेकर अभी शासन में प्रस्ताव नहीं गया है। हालांकि जल्द ही प्रस्ताव भेजा जाएगा।
दिव्यकांत शुक्ला, सचिव, यूपी बोर्ड