हैदराबाद के ठगों ने उड़ाए थे जेल में बंद सूर्यांश के खातों से 95 लाख रुपये, प्रापर्टी डीलिंग और अय्याशी में उड़ाई रकम
कानपुर में पत्नी आंचल खरबंदा की मौत के मामले में जेल में बंद मसाला कारोबारी सूर्यांश खरबंदा के खातों से 95 लाख रुपये गायब करने के मामले में क्राइम ब्रांच ने हैदराबाद के गिरोह के दो ठगों को गिरफ्तार किया है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। मसाला कारोबारी सूर्यांश खरबंदा की कंपनी के खातों में 95 लाख रुपये की सेंध हैदराबाद के ठगों ने लगाई थी। क्राइम ब्रांच के साइबर सेल ने लंबी जांच के बाद ठगी के पूरे मामले का राजफाश करने के साथ ही दो ठगों को गिरफ्तार करके पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है। ठगों का यह गिरोह काफी बड़ा है और खातों से उड़ाई रकम को प्रापर्टी डीलिंग के काम और अय्याशी में खर्च किया है।
क्या है मामला : रसोई मसाला कारोबारी अशोक नगर निवासी सूर्यांश खरबंदा की पत्नी की 19 नवंबर 2021 को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। पुलिस ने आत्महत्या की धाराओं में चार्जशीट अदालत में दाखिल की है, जबकि मायके वाले हत्या का आरोप लगा रहे हैं। इस मामले में सूर्यांश व उसकी मां निशा खरबंदा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वर्तमान में निशा खरबंदा जमानत पर बाहर है।
खाते से गायब हुई थी रकम : आंचल की मौत के कुछ दिन बाद ही सूर्यांश की कंपनी मेसर्स आक्सो इंपैक्स के अकाउंटेंट बेनाझाबर निवासी रमेश शुक्ला की ओर से नजीराबाद में एक मुकदमा दर्ज कराया गया था, जिसमें बताया गया था कि कंपनी का एडवांटेज करंट स्कीम के तहत बैंक आफ बड़ौदा की अशोक नगर शाखा में खाता है। सूर्यांश के जेल जाने से पहले इस खाते में 1.15 करोड़ रुपये जमा थे। इसके अलावा आइसीआइसीआइ बैंक में भी खाता है। 11 फरवरी को कंपनी के कार्यालय में आइसीआइसीआइ बैंक के ओवरड्राफ्ट विभाग के कर्मचारी प्रशांत कुमार की ओर से जानकारी दी गई कि कंपनी के अकाउंट से मोटी रकम निकाली गई है।
साइबर ठगों ने दिया था अंजाम : कंपनी ने जब जांच की तो सामने आया कि साइबर ठगों ने बैंक खाते से बैंक आफ बड़ौदा के फर्जी चेक व एटीएम कार्ड के माध्यम से 83.98 लाख रुपये और आइसीआइसीआइ बैंक के खाते से 11 लाख रुपये निकाल लिए हैं। नजीराबाद पुलिस के बाद मामले की जांच अब क्राइम ब्रांच कर रही है। टीम ने यारा साई किरन पुत्र रामा लिंगा वारा प्रसाद निवासी सिरी साउद्धा, राजीव नगर, एसआर नगर हैदराबाद और निमग्दा फनी चौधरी पुत्र वेन्कट राव निवासी प्रशान्ति गोल्डेन, एवेन्यू प्रशान्ति नगर थाना बचुपल्ली, हैदराबाद को हैदराबाद से गिरफ्तार करके ठगी का पर्दाफाश किया है। टीम में सब इंस्पेक्टर पुनीत तोमर (प्रभारी साइबर सेल), आरक्षी जितेन्द्र कुमार गर्ग (सर्विलांस सेल), आरक्षी प्रबल प्रताप सिंह (स्वाट टीम), आरक्षी शुभम (साइबर सेल), आरक्षी चालक-प्रवीण कुमार (अपराध शाखा) शामिल हैं।