दुष्कर्म पीडि़ता की मौत के मामले में माता-पिता, भाई-भाभी, चाचा और डाक्टर पर हत्या का मुकदमा
कानपुर के किदवईनगर के केशव नगर में रहने वाली युवती ने सगे भाई पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। कोर्ट में बयान देने से पहले उसकी मौत होने पर सोनीपत से आए पति ने कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कराई है।
कानपुर, जेएनएन। सगे भाई के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा लिखाने वाली महिला की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में उसके पति ने मायके वालों पर कोर्ट के आदेश से काकादेव थाने में हत्या व साक्ष्य मिटाने का मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमे में उस डाक्टर को भी नामजद किया गया है, जिसने महिला की तबीयत बिगडऩे के बाद इलाज किया था। पुलिस आरोपों की जांच में जुटी है।
किदवईनगर थानाक्षेत्र के केशव नगर की रहने वाली युवती ने पांच साल पहले पश्चिम बंगाल के कोलकाता निवासी व सोनीपत के निजी विश्वविद्यालय में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर से प्रेम विवाह किया था। युवती के पिता एक बैंक के प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त हुए थे, जबकि इकलौता बड़ा भाई बेंगलुरु की कंपनी में नौकरी करता है। स्वजन की मर्जी के खिलाफ शादी करने के कारण युवती का मायकेवालों से विवाद चल रहा था। कुछ माह पूर्व युवती ने अपने सगे भाई के खिलाफ सोनीपत के राई थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन इस मुकदमे को किदवई नगर थाने स्थानांतरित कर दिया गया था।
पिछले माह युवती थाने व कोर्ट में बयान देने सोनीपत से शहर आई थी और पांडु नगर में अपने चाचा के घर रुकी थी। जहां उसकी तबीयत बिगडऩे से मौत हो गई थी। सूचना पर सोनीपत से आए उसके पति ने हत्या का आरोप लगाते हुए थाने और पुलिस अधिकारियों से मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। सुनवाई न होने पर पति ने कोर्ट की शरण ली थी। थाना प्रभारी कुंजबिहारी मिश्र ने बताया कि युवती के शव का पोस्टमार्टम कराया गया था, जिसमें बीमारी से मौत की पुष्टि हुई थी। अब कोर्ट के आदेश पर युवती के माता-पिता, भाई, भाभी, एक चाचा और इलाज करने वाले डाक्टर के खिलाफ हत्या व साक्ष्य मिटाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचना के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।