कानपुर देहात में पटरियों से कैसे उतर गई मालगाड़ी, प्राथमिक जांच में सामने आई ये बात
Railway News नई दिल्ली हावड़ा रेल रूट पर अंबियापुर और रूरा स्टेशन के बीच मालगाड़ी डिरेल होने से ट्रेनों का संचालन बंद हो गया था। रेलवे अफसरों ने मौके पर पहुंचकर घटना की प्रारंभिक छानबीन की और जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया।
कानपुर देहात, जेएनएन। नई दिल्ली हावड़ा रेल रूट पर 24 घंटे ट्रेनों का संचालन बंद करने वाले हादसे की पीछे क्या वजह रही और आखिर मालगाड़ी पटरी से कैसे उतर गई, इसकी जांच के लिए रेलवे कमेटी गठित कर दी गई है। लेकिन, प्रारंभिक जांच में भी कई अहम बातें सामने आई हैं, माना जा रहा है कि वैगन के पहिये जाम होने से तेज रफ्तार मालगाड़ी अंबियापुर और रूरा स्टेशन के बीच डिरेल हो गई थी। वैसे रेलवे की टीम ने ट्रैक मरम्मत का काम तेजी से करते हुए बीस घंटे में ही अप लाइन पर यातायात बहाल करा दिया लेकिन हादसे के बाद वंदेभारत और तेजस समेत कई ट्रेनों को डायवर्ट करना पड़ा था। जबकि शताब्दी एक्सप्रेस और एक मेमू ट्रेन को निरस्त कर दिया गया था।
दशहरे की भोर पहर करीब चार बजे अंबियापुर और रूरा स्टेशन के बीच नई दिल्ली हावड़ा रेल रूट पर तेज रफ्तार मालगाड़ी डिरेल हो गई थी। मालगाड़ी के 24 वैगन पलट गए थे, जिसमें पांच वैगन उछलकर पास के तालाब में जा गिरे थे। इसके बाद अप व डाउन लाइन पर ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया था। मौके पर डीआरएम समेत रेलवे अफसर मौके पर पहुंचे थे और हादसे की प्रारंभिक जांच कराई थी। साथ ही अंतिम जांच के लिए कमेटी का गठन भी कर दिया गया है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अचानक वैगन के पहिये का जाम हुए और उसी समय चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया। इसके बाद वैगन आपस में टकराते हुए ट्रैक पर पलट गए और गांव किनारे तालाब में भी जा गिरे। अफसरों ने मालगाड़ी के चालक एसके पटेल व सहायक शशिकांत से पूछताछ की थी। अंबियापुर स्टेशन मास्टर पवन कुमार ने बताया कि पोर्टर ने बताया था कि मालगाड़ी निकलने के समय तेज आवाज आ रही थी। वाकी टाकी से चालक को सूचित किया गया लेकिन तबतक हादसा हो गया। हालांकि अभी रेलवे की पूरी प्राथमिकता रेल यातायात सामान्य करने की है। वैसे घटना की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई, जिसकी जांच पूरी होने के बाद हादसे का सही कारण सामने आ सकेगा।