पेट और हाथ पर कई लोगों के नाम लिखने के बाद होटल संचालक ने दी जान, सामने आई ये वजह Jalaun News
दस साल से कुठौंद में होटल पर ही परिवार के साथ संचालक रहता था।
जालौन, जेएनएन। कुठौंद के ग्राम नैनापुर में राधिका होटल के मालिक ने पेट व हाथ पर कई लोगों के नाम लिखने के बाद जहर खाकर जान दे दी। आत्मघाती कदम उठाने से पहले नाम लिखने की वजह सामने आई तो लोग सन्न रह गए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू करने के साथ नाम लिखे लोगों से भी गहन पूछताछ शुरू की है।
गोहन थाना क्षेत्र के ग्राम मदनेपुर निवासी सुबोध मिश्र करीब दस साल से कुठौंद में होटल चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते थे। वह परिवार सहित होटल पर ही रहते थे। मंगलवार सुबह चार बजे ऊपर से नीचे आए और थोड़ी देर बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई तो परिवारीजन उन्हें औरैया ले गए। यहां हालत गंभीर देखकर चिकित्सकों ने कानपुर रेफर कर दिया गया। कानपुर में इलाज शुरू होने के कुछ समय बाद ही सुबोध की मौत हो गई। सुबोध के परिवार में पत्नी सुनीता और दो पुत्रियां 19 साल की दीक्षा व आठ साल की राधिका है। बड़ी बेटी दीक्षा ने कुठौंद थानेदार को प्रार्थना पत्र और सुसाइड नोट भी दिया है।
सूदखोरों से परेशान हो खत्म कर रहा हूं जिंदगी
सुसाइड नोट में सुबोध ने लिखा है कि रुपये को लेकर सूदखोर प्रताडि़त करते थे। इससे परेशान होकर वह अपनी जिंदगी खत्म कर रहे हैं। पत्नी कर्ज की धनराशि के बारे में नहीं बता पाई लेकिन उन लोगों के नाम बताए जो सुबोध को परेशान कर रहे थे।
पेट व हाथ पर लिखे नाम
सुबोध के हाथ और पेट पर उन लोगों के नाम लिखे हैं, जो उन्हें प्रताडि़त करते थे। वह सूदखोरों के कर्ज और आएदिन धमकियां दिए जाने से परेशान थे। थाना प्रभारी सुधाकर मिश्र ने कहा कि तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है, घटना के दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।