Holi 2020 : होलिका दहन संग रंगों की मस्ती में डूब गया कानपुर, रंगीन हुई फिजा
सुबह से ही बच्चों की टोली पिचकारी लेकर सड़कों पर निकल पड़ी और बड़ों को रंगों से सराबोर करती रही।
कानपुर, जेएनएन। होलिका जलते ही पूरा शहर होली की मस्ती में डूब गया। क्या बड़े और क्या बच्चे सभी पर होली का रंग चढ़ गया। लोगों ने ढोलक की थाप पर होली के गीत गाए और नृत्य भी किया। एक दूसरे को गुलाल लगाकर बधाई देने के साथ ही होरियारों ने जमकर मस्ती की। सुबह होते ही बच्चों की टोली गलियों और सड़कों पर निकल पड़ी और सभी पर रंगों की बौछार करती रही। वहीं युवा फिल्मी गीतों पर थिरकते रहे और एक दूसरे को रंग लगाकर होली की मस्ती में सराबोर नजर आए।
होली पर सोमवार शाम से ही लोग मस्ती में डूब गए थे। जगह-जगह ठंडाई की दुकानें सज गई थीं। लोग ठंडाई पीकर एक दूसरे को पर्व की बधाई दे रहे थे। तमाम जगहों पर लगे साउंड सिस्टम में 'होली खेलें रघुवीरा अवध में होली खेले रघुवीरा...' तो कहीं 'होली आई रे कन्हाई रंग बरसे...' व अन्य गानों पर लोग झूम रहे थे। ढोलक की थाप पर भी होरियारे खूब नाचे। शहर में साढ़े तीन हजार से अधिक स्थानों पर होलिका सजाई गई थी। लालबंगला, बिरहाना रोड, लाटूश रोड, कल्याणपुर, गोविंदनगर, बर्रा, किदवई नगर, आर्यनगर, तिलक नगर, जवाहर नगर, पांडु नगर, रामादेवी, श्याम नगर समेत सभी जगहों पर होलिका दहन की तैयारियां सूरज ढलते ही शुरू हो गई थीं। होलिका में लोगों ने गन्ना, जौ, गेहूं, चना आदि की बालियां समर्पित कर सुखमय जीवन की कामना की। बाद में एक दूसरे को अबीर गुलाल लगा होली की बधाई दी।
आकर्षण का केंद्र रहे होलिका के पुतले
शहर में पांच सौ से अधिक स्थानों पर होलिका का पुतला बनाकर रखा गया था। होलिका की गोद में बैठे प्रहलाद की झांकी आकर्षण का केंद्र थी। प्रेम नगर, विष्णुपुरी, स्वरूप नगर, बृजेंद्र स्वरूप पार्क, बिरहाना रोड, लाठी मोहाल, नवाबगंज, बर्रा, कराची खाना, किदवई नगर, दबौली आदि में होलिका स्थल पर पुतले रखे गए थे। कहीं दस फीट का पुतला था तो कहीं पर 15 फीट का।